नयी दिल्ली, पांच दिसंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक जीवंतता को प्रदर्शित करने वाले अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
पहली बार मनाया जा रहा तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव छह से आठ दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।
पीएमओ ने कहा, ‘‘यह पूर्वोत्तर भारत की विशाल सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करेगा, पारंपरिक कला, शिल्प और सांस्कृतिक प्रथाओं की एक श्रृंखला को एक साथ लाएगा।’’
बयान में कहा गयस कि पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि उत्पादों और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव में कई तरह के कार्यक्रम भी होंगे।
इसमें कहा गया कि महोत्सव में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रमुख क्षेत्रों में कारीगर प्रदर्शनियां, ग्रामीण हाट, राज्य विशिष्ट मंडप और तकनीकी सत्र होंगे।
पीएमओ के अनुसार, महोत्सव के दौरान निवेशकों की गोलमेज बैठक और खरीदार-विक्रेता बैठक भी होगी। इन कार्यक्रमों के आयोजन साझेदारी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा के उद्देश्य से किए गए हैं।
बयान में कहा गया कि महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर पर पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध हथकरघा और हस्तशिल्प परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले डिजाइन कॉन्क्लेव और फैशन शो होंगे। इसमें यह भी कहा गया कि क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए महोत्सव में जीवंत संगीत प्रदर्शन और पूर्वोत्तर भारत के स्वदेशी व्यंजनों का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
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