जकार्ता, सात सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया में आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद बृहस्पतिवार को स्वदेश रवाना हो गए। शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र के देशों के साथ भारत के मजबूत संबंधों की पुन: पुष्टि की।
प्रधानमंत्री इन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए सुबह ही पहुंचे थे।
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया,‘‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया की यात्रा संपन्न की। इस दौरान उन्होंने आसियान तथा ईएएस साझेदारी को और प्रगाढ़ किया।’’
प्रधामंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ इंडोनेशिया की बेहद संक्षिप्त लेकिन सार्थक यात्रा रही, जहां मैंने आसियान तथा अन्य नेताओं से मुलाकात की। मैं राष्ट्रपति जोकोविडोडो, इंडोनेशिया की सरकार तथा वहां की जनता का स्वागत के लिए आभार व्यक्त करता हूं।’’
सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जकार्ता की बेहद संक्षिप्त लेकिन बेहद सार्थक यात्रा पूरी की।’’
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को अपने संबोधन में कोविड-19 महामारी के बाद नियम-आधारित विश्व व्यवस्था बनाने और ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज को मजबूत करने का आह्वान किया।
यहां वार्षिक आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने स्वतंत्र तथा खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) को इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है। भारत, अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके संवाद भागीदार हैं।
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