देश की खबरें | राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की
एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

पटेल की जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

यह भी पढ़े | सीएम अरविंद केजरीवाल का लोगों से अपील, कहा- कल 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट’ डेंगू विरोधी अभियान में दिल्लीवासी हों शामिल.

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के केवडिया में ‘स्टेच्यु ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित की जबकि अन्य ने दिल्ली के पटेल चौक स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा के समक्ष अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

सोशल मीडिया पर लिखे पोस्ट में नायडू ने कहा कि उनकी हार्दिक इच्छा है कि देश के सभी बच्चों को सरदार पटेल के जीवन और योगदान से अवगत कराया जाए, इसी प्रकार नौकरशाहों को उनके भाषणों को पढ़ना चाहिए और प्रत्येक राजनेता को निष्ठा, दृढ़ता और लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के पटेल के महान गुणों को आत्मसात करना चाहिए।

यह भी पढ़े | आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक की मांग, बीजेपी शासित एमसीडी अपने 24 हजार पेंशनधारकों का जल्द करें पेंशन जारी करे, इस पर ना करे राजनीति.

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ उनका प्यार मातृभूमि के लिए था, नेतृत्व करने के गुण, सादगी, ईमानदारी, एकता, जमीन से जुड़े रहना, जटिल समस्याओं के समाधान के लिए प्रयोजनात्मक उपाय, अनुशासन और संगठित करने का कौशल हमेशा प्रत्येक भारतीय को प्रेरणा देता रहेगा। ’’

नायडू ने याद किया कि कैसे देश के बंटवारे के बीच बतौर गृहमंत्री आंतरिक स्थिरता लाने के लिए उन्हें ‘लौह पुरुष ’ के तौर पर ख्याति मिली।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ महान सरदार पटेल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।’’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कई ट्वीट कर कहा कि देश के पहले गृहमंत्री राष्ट्रीय एकता के प्रतिमान हैं और वह प्रत्येक भारतीय के दिल में निवास करते हैं।

उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने आजादी के बाद सैकड़ों रियासतों में बंटे भारत को एक राष्ट्र के रूप में संगठित किया और मजबूत भारत की आधारशिला रखी।

उन्होंने कहा, ‘‘ देश उनके महान योगदान, निर्णायक नेतृत्व और मातृभूमि के प्रति प्रतिबद्धता को कभी भूल नहीं सकता।’’

गृहमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ संविधान एवं सनातन के संतुलन के अद्वितीय प्रतीक सरदार पटेल ने देश के एकीकरण से लेकर सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण तक अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत में एक राष्ट्र का भाव जागृत करने के लिए अर्पित किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सरदार पटेल जी का लौह नेतृत्व, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति सदैव हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी।’’

शाह ने कहा, ‘‘ कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से मैं महान देशभक्त और भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’’

शाह ने सरकारी अधिकारियों, सुरक्षा कर्मियों और अन्य को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर देश की एकता अखंडता को अक्षुण्ण रखने की शपथ दिलाई।

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और नयी दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी भी इस मौके पर मौजूद थीं।

पटेल की जयंती पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और भारत के एकीकरण में उनके योगदान को याद किया जाता है।

नरेन्द्र मोदी सरकार वर्ष 2014 से सरदार पटेल के जन्मदिवस को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मना रही है।

पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था।

सरदार पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश की 560 से अधिक रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण का श्रेय उनकी सियासी और कूटनीतिक क्षमता को दिया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पटेल की जयंती पर गुजरात के केवडिया में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए जहां पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित है जो सरदार पटेल की है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)