नागपुर, 19 दिसंबर महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन के सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. बीआर अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को विधान भवन की सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि देश संविधान निर्माता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।
महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने नीली टोपी और मफलर पहनकर नागपुर के संविधान चौक से मोर्चा निकाला। विपक्षी सदस्य ‘बाबासाहेब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ का नारा लगाते हुए विधान भवन परिसर की सीढ़ियों पर पहुंचे।
प्रदर्शनकारियों में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, कांग्रेस नेता नाना पटोले, नितिन राउत, विजय वडेट्टीवार, भाई जगताप, शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे, सचिन अहीर, वरुण सरदेसाई, भास्कर जाधव और राकांपा (शरदचंद्र पवार) विधायक रोहित पवार शामिल थे।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आंबेडकर पर टिप्पणी के लिए शाह पर जमकर निशाना साधा और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने गृह मंत्री का बचाव किया और कहा कि उन्होंने (शाह ने) कांग्रेस के ‘आंबेडकर विरोधी’ रुख को उजागर कर दिया है।
विपक्षी सदस्यों ने दावा किया कि शाह की टिप्पणी आंबेडकर का अपमान है।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने मंगलवार को सदन में शाह के भाषण का एक वीडियो साझा किया था।
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र वर्तमान में नागपुर में जारी है।
विपक्षी सदस्यों ने पिछले तीन दिनों के दौरान किसानों की समस्याओं, पिछले सप्ताह परभणी में हुई हिंसा और बीड जिले में एक सरपंच की हत्या सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर विधानभवन की सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया था।
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