हमीरपुर(हिप्र), छह नवंबर हिमाचल प्रदेश में डाक विभाग डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करेगा। विभाग ने पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत डाकिया पेंशनभोगियों को घर-घर जाकर सेवाएं प्रदान करेंगे और उन्हें डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) जारी करेंगे।
हमीरपुर के डाकघर उप अधीक्षक संजय कुमार ने बुधवार को बताया कि डाक विभाग के साथ काम करने वाले डाकिये हिमाचल प्रदेश में प्रत्येक घर का दौरा करेंगे और पेंशनभोगियों के चेहरे और उंगलियों को स्कैन करके डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि अब पेंशनभोगियों को डीएलसी प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार के कागज जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी और यह आसानी से घर बैठे जारी हो जाएगी।
पेंशनभोगी को केवल अपना आधार संख्या और पेंशन विवरण देना होगा।
कुमार ने बताया कि भारतीय डाक भुगतान बैंक (आईपीपीबी) ने इस संबंध में पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ समझौता किया है और पूरे भारत में 800 शहरों और कस्बों में डीएलसी जारी करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि डाकिया डीएलजी बनाने के लिए वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) सहित 70 रुपये का शुल्क लेगा।
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