उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड-19 व्यक्तियों का उपचार करना अब सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। डॉ शर्मा ने पोस्ट कोविड-19 प्रभाव से प्रभावित व्यक्तियों से चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित ‘पोस्ट कोविड केयर क्लिनिक्स’ और ‘डे केयर‘ सेंटर्स के जरिए परामर्श और उपचार करवाने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से ठीक हुए व्यक्ति लगातार चिकित्सकों से संपर्क में रहकर राहत पा सकते हैं। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि पोस्ट कोविड-19 प्रभाव के रूप में शारीरिक कमजोरी, फेफड़ों की कमजोरी, हाथ-पावों में दर्द जैसे कई लक्षण प्रतीत हो रहे हैं।
पोस्ट कोविड-19 प्रभावों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के राजकीय चिकित्सा संस्थानों में पोस्ट कोविड-19 केन्द्र स्थापित किए गए हैं। कोविड-19 संक्रमित से ठीक हुए व्यक्ति यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में परामर्श और उपचार का लाभ ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इन केन्द्रों में मनोचिकत्सकों और विशेषज्ञों द्वारा भी परामर्श दिया जा रहा है। सरकार की मंशा है कि पोस्ट कोविड-19 उपचार में भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत मिल सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने चिकित्सकों के विशेषज्ञ समूह को भी पोस्ट कोविड-19 प्रभाव संबंधी शोध करने के निर्देश दिए है, ताकि पोस्ट कोविड-19 उपचार के लिए प्रभावी योजना बनाई जा सके।
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से कोविड-19 संक्रमितों की रिकवरी 96 फीसद रही। इसके साथ ही मृत्युदर भी 0.86 प्रतिशत के करीब ही रही है।
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