मुंबई, 12 दिसम्बर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं को कभी विचारधारा से समझौता नहीं करना चाहिए।
पवार ने यहां अपने 80वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं और नेताओं की एक नई पीढ़ी बनाने से भविष्य में राज्य और देश को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘‘राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए अपनी विचारधारा पर दृढ़ रहना महत्वपूर्ण है। महात्मा ज्योतिबा फुले, बी आर आंबेडकर और छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रगतिशील विचारधारा को राजनीतिक कार्यकर्ताओं की नई नस्ल के बीच विकसित किये जाने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा कि विचारधारा जीवन का दर्शन है। उन्होंने सामाजिक कार्य करते समय सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यक को रेखांकित किया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘जब आप समाज में अंतिम व्यक्ति की जरूरतों का ध्यान रखते हैं, तो आप आगे की दिशा के बारे में स्पष्टता के साथ बहुत कुछ सीखते हैं। लोगों ने मुझे पिछले पांच दशकों से उनके लिए काम करने का मौका दिया।’’
उन्होंने कहा कि महात्मा फुले और बी आर आंबेडकर जैसे समाज सुधारकों ने लोगों के सामाजिक उत्थान के लिए काम करते हुए वैज्ञानिक सोच का इस्तेमाल किया था।
अपने माता-पिता को याद करते हुए, पवार ने कहा कि उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक काम करते हुए पारिवारिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा नहीं करने की सीख दी थी।
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