नयी दिल्ली, 22 दिसंबर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश को कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक सहयोग के साथ काम करना चाहिए क्योंकि यह दोनों देशों के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि कृषि क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग, वर्तमान आर्थिक चुनौतियों से निपटने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने कृषि उत्पादों सहित कई उत्पादों के लिए बांग्लादेश को शुल्क मुक्त बाजार दे रखा है।
वह सीआईआई द्वारा आयोजित कृषि क्षेत्र पर भारत-बांग्लादेश डिजिटल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बांग्लादेश को भारत के साथ बाधा मुक्त व्यापार सुनिश्चित करने में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।वह सीआईआई द्वारा आयोजित कृषि क्षेत्र पर भारत-बांग्लादेश डिजिटल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बांग्लादेश को भारत के साथ बाधा मुक्त व्यापार सुनिश्चित करने में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
मंत्री ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां हम दोनों को अधिक तालमेल और सहयोग के साथ काम करना चाहिए। कृषि क्षेत्र में हमारे दोनों देशों के लिए भारी परिवर्तन करने की क्षमता है। ... कृषि क्षेत्र के विशाल सामाजिक-आर्थिक आयाम हैं, यह पासा पलटने वाली क्षमता रखता है।
मंत्री ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था का प्रमुख क्षेत्र होने के नाते, इस क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग वर्तमान आर्थिक चुनौतियों को दूर करने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है जिन चुनौतियों का सामना हमारा देश कर रहा है।’’
वेबिनार में बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी ने जूट सहित कई क्षेत्रों पर भारत द्वारा डम्पिंगरोधी शुल्क लगाने से संबंधित मुद्दों को उठाया।मुंशी ने कहा कि इन शुल्कों को लागू करने से बंगलादेशी निर्यातकों पर असर पड़ा है।
उन्होंने भारत से अचानक माल पर निर्यात प्रतिबंध लगाने से पहले बंग्लादेश को सूचित करने का आग्रह किया।
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