कुत्ते, बिल्ली, फेरेट्स, खरगोश, ऊदबिलाव, लकड़बग्घा और सफेद पूंछ वाले हिरण उन जानवरों में शामिल हैं, जो आमतौर पर संक्रमितों के सम्पर्क में आने के बाद संक्रमित पाए गए. अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) ने कहा है कि आपको पालतू जानवरों से संक्रमित होने का डर नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें आपसे संक्रमित होने का डर है. संक्रमित लोगों या जिन्हें संक्रमित होने का संदेह भी हो, उन्हें अपने पालतू जानवरों, खेती से जुड़े जानवरों तथा वन्यजीवों से दूर रहना चाहिए.
ओंटारियो पशु चिकित्सा कॉलेज के डॉ. स्कॉट वीज ने कहा, ‘‘ यदि आप किसी अन्य व्यक्ति के पास नहीं जाते क्योंकि आप बीमार हैं या आप संक्रमित हो सकते हैं, तो किसी जानवर के पास भी न जाएं. सीडीसी के अनुसार, सभी जानवरों में संक्रमित होने और गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा नहीं है, दुर्लभ ही ऐसा होता है. जानवरों में लक्षण भी मामूली ही दिखते हैं. यह भी पढ़ें : Rajasthan: कांग्रेस विधायक ने बिपिन रावत की शहादत पर उठाया सवाल
अमेरिका में और अन्य जगहों के कुछ चिड़ियाघरों ने शेरों और अन्य जानवरों का टीकाकरण किया है, जिनके बारे में माना जाता है कि उनके संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आने से वायरस की चपेट में आने का खतरा है.