देहरादून, 10 नवंबर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों से बुधवार को अपील की कि वे उत्तराखंड निर्माण के 25 साल पूरे होने पर उसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करे।
उत्तराखंड का गठन नौ नवंबर, 2000 को हुआ था।
धामी ने राज्य के 21वें स्थापना दिवस पर हल्द्वानी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य का विकास एक सामूहिक यात्रा है, जिसमें न केवल सरकार बल्कि जनता का हर वर्ग शामिल होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘आज हम एक संकल्प लेते हैं कि उत्तराखंड के लिए मिलकर काम करेंगे, ताकि 2025 में अपने अस्तित्व की रजत जयंती वर्ष तक यह देश का नंबर एक राज्य बन जाए।’’
धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा और इसके लिए राज्य सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘इस दशक की शुरुआत में विकास की जो रफ्तार हमने पकड़ी है, उसे हम गतिमान रखेंगे।’’
इस साल राज्य के स्थापना दिवस को सप्ताह भर लंबे उत्तराखंड महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और हल्द्वानी में आयोजित समारोह इसी का एक हिस्सा था ।
धामी ने कहा कि राज्य सरकार विकास के नाम पर कोई राजनीति नहीं करना चाहती और उसके द्वारा की जा रही हर घोषणा को पूरा किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम राजनीति कर रहे होते, तो पंतनगर सिडकुल का नाम पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायण दत्त तिवारी के नाम पर न रखते या मंगलवार को राज्य स्थापना दिवस पर शुरू किए गए उत्तराखंड गौरव सम्मान के लिए उनका नाम न चुनते।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित तिवारी के राज्य के विकास में योगदान को सभी ने माना है । उन्होंने इस मौके पर नैनीताल जिले में स्थित बलूटी गांव का नाम तिवारी के नाम पर रखने की घोषणा भी की। तिवारी का जन्म इसी गांव में हुआ था।
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