राजस्थान में कुछ पाबंदियां हटाये जाने के बाद लोग घरों से निकले
जमात

सूनी सड़कों पर एक बार फिर से चहल पहल दिखाई दी और कुछ लोग अपने वाहनों से कार्यालय और दुकानों पर जाते दिखाई दिये।

राजधानी जयपुर में के कई इलाकों में सरकारी अनुमति का उल्लंघन करके दुपहिया वाहनों पर दो सवारी के साथ लोग दिखाई दिये। सरकारी अनुमति के अनुसार दुपहिया वाहन पर चालक के अलावा दूसरी सवारी को बैठाने पर रोक है।

सोमवार को लॉकडाउन के तीसरे चरण के पहले दिन राजधानी जयपुर में किराने की दुकान के अलावा स्टेशनरी, बिजली के उपकरणों, मरम्मत की दुकानें खुली लेकिन अन्य दुकानें बंद रहीं।

कई स्थानों पर शराब की दुकानों पर भीड़ देखी गई और एकदूसरे से दूरी बनाये रखने के नियमों की पालना नहीं होने की शिकायतें मिलने के बाद आबकारी विभाग को दुकानें बंद करवानी पड़ी।

सूचना एवं प्रोद्योगिकी कंसलटेंसी चलाने वाले महेश कुमार ने कहा, ‘‘मैं आज अपने कार्यालय से काम करने को बाहर निकला हूं। कार्मिकों की संख्या पर प्रतिबंध होने के कारण सीमित संख्या में कर्मचारियों को बुलाया गया है। कार्यालय में सामान्य रूप से वापसी करने पर अच्छा लग रहा है।’’

सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण के तहत जिलों को रेड, आरेंज, और ग्रीन जोन के बंटवारे के अनुसार कुछ रियायतें दी है। जिलों को संक्रमण के खतरों के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है। सात जिलों बारां, बूंदी, श्रीगंगानगर, जालौर, सिरौही, प्रतापगढ़ और चूरू को ग्रीन जोन में रखा गया है और आठ जिलों जयपुर, जोधपुर, अजमेर, नागौर, भरतपुर, बांसवाडा, झालावाड़, कोटा को रेड जोन में और शेष 18 जिलों को आरेंज जोन में रखा गया है।

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