नयी दिल्ली, 17 नवंबर : राष्ट्रीय राजधानी के सफदरजंग अस्पताल से अपहृत डेढ़ महीने के एक शिशु को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से बचाया गया और मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. दिल्ली पुलिस ने राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के सहयोग से यह बचाव अभियान संचालित किया. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) आकांक्षा यादव ने कहा, "शिकायतकर्ता महिला 15 नवंबर को अपने पति के किडनी संबंधी इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में थी, उस दौरान ही एक महिला ने उसे अपनी बातों में उलझा लिया और उसका विश्वास हासिल कर बच्चे को अपनी गोद में ले लिया."
यादव ने बताया कि इसके बाद महिला एक व्यक्ति के साथ ऑटो रिक्शा में बैठकर फरार हो गई. पुलिस के मुताबिक, सफदरजंग एन्कलेव पुलिस थाने में तत्काल एक प्राथमिकी दर्ज की गई और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रणबीर सिंह की निगरानी में जांच शुरू की गई. यादव ने कहा, "जांच दल गठित कर उन्हें दिल्ली-एनसीआर के सभी प्रमुख बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर निगरानी के लिए भेजा गया है." यह भी पढ़े : मराठवाड़ा में मतदान : विरोधाभासी विमर्श और बंटी हुई राजनीतिक निष्ठा से चुनाव हुआ दिलचस्प
उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद महिला की पहचान कर ली गई और उसे आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक ट्रैक किया गया, जहां दोनों संदिग्ध बरेली जाने वाली 'सद्भावना एक्सप्रेस' में सवार हो गए थे. यादव ने कहा, "हालांकि, संदिग्धों ने भेष बदल रखा था, फिर भी उन्हें पकड़ लिया गया और बच्चे को बचा लिया गया. आरोपियों की पहचान माही सिंह (24) और रोहित कुमार (32) के रूप में हुई है. दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं." उन्होंने कहा कि शिशु को उसके परिवार को सौंप दिया गया है.