रूस की 31 वरीय पावल्युचेनकोवा जिदानसेक को 7-5, 6-3 से हराकर आस्ट्रेलिया ओपन 2015 के बाद किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने वाली अपने देश की पहली महिला खिलाड़ी बनीं।
कोर्ट फिलिप चैटरियर पर दोनों खिलाड़ियों को अपनी सर्विस को लेकर जूझना पड़ा लेकिन पावल्युचेनकोवा ने महत्वपूर्ण अंकों पर धैर्य बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की।
इससे पहले कभी किसी ग्रैंडस्लैम के दूसरे दौर से भी आगे नहीं बढ़ने वाली जिदानसेक ने कुछ शानदार ड्रॉप शॉट और फोरहैंड विनर लगाए लेकिन साथ ही उन्होंने 33 सहज गल्तियां भी की।
पावल्युचेनकोवा ने कहा, ‘‘मुझे इसकी इतनी अधिक जरूरत थी कि मैं अभी कुछ महसूस ही नहीं कर रही हूं। टेनिस इतना अधिक मानसिक खेल है। ’’
इस बार सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली चारों महिला खिलाड़ी इससे पहले कभी किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में नहीं पहुंची।
शनिवार को होने वाले फाइनल में पावल्युचेनकोवा का सामना 17वीं वरीय मारिया सकारी और बारबरा क्रेजसिकोवा के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता से होगा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)