इस्लामाबाद, 27 अगस्त पाकिस्तान अफगानिस्तान से आने वाले करीब 4,000 लोगों के ठहरने का इंतजाम कर रहा है, जिनमें ज्यादातर अफगान नागरिक हैं। ये लोग एक सीमित अवधि के लिए पाकिस्तान में रुकेंगे।
अमेरिकी दूतावास ने पाकिस्तान सरकार से अफगानिस्तान से पूरी तरह से उनके सैनिकों की वापसी के लिए तय 31 अगस्त की समय सीमा से पहले निकासी के प्रयासों में मदद करने अनुरोध किया था।
अधिकारियों ने कहा कि दूतावास ने तीन श्रेणियों के तहत यात्रियों को ठहराने या स्थानांतरित करने की अनुमति मांगी, जो अमेरिकी राजनयिक/नागरिक, अफगान नागरिक और अन्य देशों के लोग हैं।
युद्ध के दौरान नाटो के सैन्य बलों की सहायता करने वाले अफगानों सहित लगभग 4,000 लोगों को अमेरिका ले जाने से पहले कुछ समय के लिए कराची और इस्लामाबाद लाया जाएगा।
इस्लामाबाद प्रशासन आने वाले लोगों के ठहरने के लिए उपाय कर रहा है और उसने राजधानी और पड़ोसी रावलपिंडी में 150 से अधिक होटलों को विदेशियों को लगभग तीन सप्ताह तक रखने के लिए स्थानीय मेहमानों की बुकिंग बंद करने का आदेश दिया।
अधिकारियों ने बताया कि हवाईअड्डा और राजधानी से हवाईअड्डा को जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग के आसपास भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सिंध प्रांत की सरकार भी कराची में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में शनिवार को कराची में पांच विशेष उड़ानों के पहुंचने की उम्मीद है, इसके बाद इस्लामाबाद और मुल्तान, फैसलाबाद और पेशावर जैसे अन्य शहरों के लिए उड़ानें होंगी।
यात्रियों को निर्दिष्ट होटलों और अतिथि गृहों में ले जाया जाएगा और आगे की उड़ानों की उपलब्धता तक वे वहीं रुकेंगे। कराची प्रमुख गंतव्य होगा जहां लगभग 2,000 यात्रियों को काबुल से लाया जाएगा।
पाकिस्तान काबुल से विदेशियों को सुरक्षित रूप से उनके देशों की यात्रा में मदद करने के लिए उन्हें लाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
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