मथुरा (उत्तर प्रदेश), 14 जुलाई : बलूचिस्तान की निर्वासित प्रधानमंत्री नायला कादरी ने पाकिस्तान को आतंकवाद की फैक्ट्री करार देते हुए कहा है कि भारत सहित पूरे उप महाद्वीप से दहशतगर्दी खत्म कर शांति लानी है, तो उसका रास्ता बलूचिस्तान की आजादी से होकर जाता है. कादरी ने बुधवार को यहां सवांददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री है. अगर पूरी दुनिया से आतंक को समाप्त करना है, तो पाकिस्तान को खत्म करना होगा. सच तो यह है कि पूरी दुनिया में जहां भी आतंक होता है, जब आप उसको कुरेदते हैं तो वहां भी पाकिस्तान निकलता है. सब जगह आतंक के पीछे कहीं न कहीं पाकिस्तान का संबंध मिल जाता है.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान एक नासूर है. उसके आसपास जो भी आबादी रहती है, वह ‘‘सभी को खा रहा है.’’ उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप के सभी देशों के नाम गिनाते हुए कहा कि उनके सुखचैन का रास्ता बलूचिस्तान की आजादी से जाता है. बलूचिस्तान की निर्वासित प्रधानमंत्री ने कहा "अगर बलूचिस्तान एक आज़ाद मुल्क होगा, तो यहां अमन-चैन होगा. तब पाकिस्तान नाम की आतंक की फैक्ट्री खत्म हो जाएगी. पाकिस्तान के तीन जिले हैं, जो पूरे मुल्क पर कब्जा करके बैठे हैं. बांग्लादेश बहुत खुशकिस्मत था, जो उसने भारत के सहयोग से अपनी जान छुड़ा ली.’’ यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र में भारी बारिश से 99 लोगों की मौत, गुजरात के 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी
उन्होंने बलूचिस्तान को आज़ादी न मिल पाने में जिन्ना के साथ-साथ भारत के तत्कालीन नेताओं को को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा "आज हम आतंक का शिकार हैं, तो उसमें जिन्ना (पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल) के साथ-साथ भारत के भी कुछ पुराने नेता जिम्मेदार हैं, जिन्होंने जिन्ना का साथ देकर कथित रूप से बलूचिस्तान पर हमला करवाया और उसे ज़ोर-जबर्दस्ती से पाकिस्तान का हिस्सा बनवा दिया." कादरी ने कहा कि हिंगलाज नानी (बलूचिस्तान स्थित देवी मंदिर और शक्तिपीठों में शामिल)के बच्चे पाकिस्तान की दहशतगर्दी के शिकार हैं और इससे केवल हम ही नहीं, भारत भी शिकार है.