विदेश की खबरें | पाकिस्तान सरकार ने जातीय पश्तून राजनीतिक दल को प्रतिबंधित किया
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इस्लामाबाद, छह अक्टूबर पाकिस्तान सरकार ने एक जातीय पश्तून राजनीतिक दल को राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए रविवार को उसपर पाबंदी लगा दी।

पश्तून तहफुज मूवमेंट (पीटीएम) अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कबायली क्षेत्र में सक्रिय है और अक्सर पाकिस्तानी सेना की आलोचना किया करता है।

गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर आतंकवाद-रोधी अधिनियम, 1997 की धारा 11बी के तहत इस पार्टी को ‘‘गैर-कानूनी’’ घोषित कर दिया।

अधिसूचना के अनुसार, पीटीएम देश में लोक व्यवस्था और सुरक्षा के लिए ‘‘एक बड़ा खतरा’’ है। मंजूर पश्तीन के नेतृत्व में यह समूह कुछ वर्षों से सक्रिय था, जिसका नेतृत्व अफगान सीमा से लगे कबायली क्षेत्र की समस्याओं के लिए पाकिस्तानी सेना को दोषी ठहराता है।

पीटीएम की शुरुआत मई 2014 में महसूद तहफुज आंदोलन के रूप में हुई थी, जब छात्रों के एक समूह ने वजीरिस्तान और कबायली क्षेत्र के अन्य हिस्सों से बारूदी सुरंगों को हटाने की पहल के रूप में इसका गठन किया था।

पाकिस्तानी अधिकारियों का दावा है कि यह समूह देश के भीतर और बाहर, खास तौर पर अफगानिस्तान में सक्रिय राष्ट्र-विरोधी तत्वों का प्यादा बन गया है। हालांकि, पीटीएम ने हमेशा इन आरोपों को खारिज किया है।

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