जयपुर, 29 मई राजस्थान सरकार ने राज्य के 86 नगरीय निकायों में 131 चिकित्सकीय ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने का कार्यादेश जारी कर दिया है। ये संयंत्र विभिन्न नगर विकास न्यास, नगर निगमों, नगर परिषद व नगर पालिका क्षेत्र में लगाए जाएंगे।
नगरीय विकास आवासन स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आह्वान पर ‘‘प्रदेश के प्रत्येक राजकीय चिकित्सालय को ऑक्सीजन मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।’’
उल्लेखनीय है कि पहले चरण में 59 नगरीय निकायों में 105 ऑक्सीजन संयंत्र लगाने को कार्यादेश पहले ही जारी किया जा चुका है। इन संयंत्रों को लगाने की प्रक्रिया जारी है।
धारीवाल ने बताया कि ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की संपूर्ण प्रक्रिया के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों में अलग-अलग क्षमता के संयंत्र लगाने के लिए निर्धारित तकनीकी मापदंड व तकनीक का निर्धारण किया है।
उन्होंने बताया कि ये सभी ऑक्सीजन संयंत्र एक वर्ष के संचालन व रखरखाव, दो साल की वारंटी के साथ दो माह में स्थापित किये जायेंगे।
धारीवाल ने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग की 70 नगरीय निकायों में 77 ऑक्सीजन संयंत्र एवं नगरीय विकास विभाग की 16 नगरीय इकाइयों में 54 ऑक्सीजन संयंत्र लगाये जायेंगे।
धारीवाल ने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग की जिन 70 नगरीय निकायों में द्वितीय चरण में ऑक्सीजन संयंत्र लगाये जा रहे हैं, उनमें किशनगढ़ एवं ब्यावर, सुमेरपुर, कोटपूतली, कुचामनसिटी, सौजतसिटी, निवाई, केकड़ी(2), फलौदी, लक्ष्मणगढ़, नदबई, जोबनेर में 43-43 बेड व 75-75 सिलेंडर क्षमता, बालोतरा, हनुमानगढ, जालौऱ, झुन्झुनु, नागौर, पाली, सीकर में 86-86 बेड व 150-150 सिलेंडर क्षमता के संयंत्र शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि चित्तौड़़गढ़, प्रतापगढ़, दौसा, डूंगरपुर, टोंक, धौलपुर, झालावाड़-झालरापाटन, मकराना, राजसमन्द, सवाईमाधोपुर, गंगापुरसिटी, आबूरोड, नाथद्वारा, देवगढ़, महुआ, भवानीमण्डी, नीमकाथाना, गंगापुर(भी.) में 57-57 बेड व 100-100 सिलेंडर क्षमता, निम्बाहेडा, रतनगढ़, सरदारशहर, नवलगढ़, मेड़तासिटी, फतेहपुर, देवली, सूरतगढ़, शाहपुरा(जयपुर), रींगस, पिलानी(2), बामनवास, चाकसू, रतनगढ़(चुरू), भुसावर, बानसूर, पावटा, किशनगढ़-रेनवाल, बिसाऊ, भीण्डर, राजलदेसर, विराटनगर, रतननगर, टोडाभीम, सार्दुलशहर, चुरू, फतेहनगर-सनवाड़, बिलाड़ा, पदमपुर, फतेहपुर शेखावाटी, 29 बेड व 50-50 सिलेंडर क्षमता के संयंत्र लगाये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार 86 शहरों के राजकीय चिकित्सालयों में स्थित 6,971 अस्पताल बिस्तरों पर प्रतिदिन पाइप के माध्यम से अथवा 12,200 सिलेंडर के माध्यम में प्रतिदिन ऑक्सीजन पहुंचायी जा सकेगी।
इससे प्रतिदिन कुल 121 टन ऑक्सीजन राजस्थान के राजकीय चिकित्सालयों को उपलब्ध हो सकेगी।
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