तिरुवनंतपुरम, 15 जुलाई केरल में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर से सीमा शुल्क अधिकारियों ने सोना तस्करी मामले में करीब नौ घंटे तक पूछताछ की।
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने वाम सरकार पर हमला तेज कर दिया और अधिकारी को निलंबित करने की मांग की ।
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मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि उच्च स्तर के अधिकारी शिवशंकर के खिलाफ आरोपों की जांच कर रहे हैं और उनकी सरकार इस मामले में गड़बड़ी करने वाले किसी का संरक्षण नहीं करेगी । मामले में एनआईए भी जांच कर रही है।
सीमा शुल्क विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या शिवशंकर ने मुख्य आरोपी सरित, स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को किसी तरह की मदद मुहैया कराने के लिए अपने पद का इस्तेमाल किया।
सीमा शुल्क अधिकारियों ने पांच जुलाई को 30 किलोग्राम सोना जब्त किया था।
इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई। उसने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत चार आरोपियों सरित, स्वप्ना सुरेश, संदीप नायर और फासिल फरीद पर मुकदमा दर्ज किया।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मुख्यमंत्री विजयन पर निशाना साधते हुए पूछा कि सोने की तस्करी मामले में सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा पूछताछ किए जाने के बावजूद पूर्व आईटी सचिव एम शिवशंकर को निलंबित क्यों नहीं किया गया।
आरोप लगने के बाद शिवशंकर को पद से हटा दिया गया।
पूछताछ के बाद उन्हें निलंबित करने के बारे में लगाए जा रहे अटकल संबंधी सवाल पर विजयन ने कहा कि शिवशंकर के खिलाफ लगे आरोपों के संबंध में राज्य सरकार के सबसे शीर्ष अधिकारी (मुख्य सचिव) जांच कर रहे हैं । जांच रिपोर्ट के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर से सीमा शुल्क अधिकारियों ने सोना तस्करी मामले में करीब नौ घंटे तक पूछताछ की।
इस सनसनीखेज मामले की जांच के संबंध में नौकरशाह को अधिकारियों के समक्ष पेश होने का नोटिस जारी किया गया था जिसके बाद मंगलवार को शाम करीब पांच बजकर 15 मिनट पर वह पेश हुए। देर रात तक पूछताछ चलती रही जिसके बाद सीमा शुल्क अधिकारी शिवशंकर को उनके घर लेकर गए।
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