जयपुर, नौ दिसंबर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कुशल जल प्रबंधन पर जोर देते हुए सोमवार को कहा कि इससे ही हम आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
वह यहां ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन-2024’ में ‘क्षेत्रीय जल सुरक्षा-प्रौद्योगिकी एवं शासन’ सत्र को संबोधित कर रहे थे।
आधिकारिक बयान के अनुसार शेखावत ने कहा, ‘‘पानी की प्रत्येक बूंद अमूल्य है, जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश के ‘पैटर्न’ में बदलाव आया है। दुनिया के कुछ हिस्से पूरी तरह से स्वच्छ पानी से वंचित हैं जबकि कुछ में यह प्रचुर मात्रा में है, इसलिए हमें इन सब से बचने के लिए कुशल जल प्रबंधन की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि पानी की प्रत्येक बूंद को सहेज कर हम आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
राज्य के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार ने इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया है ताकि राजस्थान इस दृष्टिकोण में योगदान कर सके और प्रमुख निवेश आकर्षित कर सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कुशल जल प्रबंधन की दिशा में हर संभव प्रयास कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कृत संकल्पित है।
इस दौरान कार्यक्रम में इजराइल के विदेश मंत्रालय और राजस्थान सरकार के जल संसाधन विभाग के बीच जल संसाधन क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा, राजस्थान सरकार और डेनमार्क दूतावास के बीच भी एक ‘आशय पत्र’ पर हस्ताक्षर किए गए।
सत्र में उद्योगपतियों, जल संसाधन विशेषज्ञ तथा अतिथियों द्वारा जलवायु परिवर्तन, तेजी से होते शहरीकरण, जल संरक्षण की चुनौतियों का समाधान करने और बढ़ती जल मांग के बीच स्थायी जल प्रबंधन की तत्काल आवश्यकता पर चर्चा की।
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