कोडदा (तेलंगाना), 29 अक्टूबर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने (कांग्रेस ने) अविभाजित आंध्र प्रदेश में अपने कार्यकाल के दौरान कुछ सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के दौरान कभी भी तेलंगाना के हितों की रक्षा नहीं की, लेकिन बीआरएस कर्ण के कवच की तरह राज्य की रक्षा करेगी।
वह तीस नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यहां आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
‘केसीआर’ के नाम से जाने जाने वाले तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट मांगते हुए कहा कि राज्य प्रगति कर रहा है और यह प्रति व्यक्ति आय तथा बिजली जैसे कई मापदंडों में नंबर एक बन गया है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार पर कटाक्ष करते हुए केसीआर ने कहा कि वह तेलंगाना में सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किसानों को पांच घंटे मुफ्त बिजली दिए जाने की बात कर रहे हैं, जबकि बीआरएस सरकार किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली देती है।
उन्होंने कहा, "बीआरएस कर्ण के कवच (महाभारत काल) की तरह तेलंगाना की रक्षा करती है। बीआरएस का जन्म तेलंगाना राज्य, इसके विकास और तेलंगाना के लोगों और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हुआ था।"
‘केसीआर’ ने नागार्जुन सागर सिंचाई परियोजना का जिक्र करते हुए कहा, "कांग्रेस नेताओं ने कभी भी सिंचाई परियोजनाओं के बारे में नहीं सोचा, जिससे तेलंगाना के लोगों को फायदा होता।"
बीआरएस के घोषणापत्र में किए गए वादों के बारे में राव ने कहा कि सामाजिक पेंशन और रायथु बंधु के लिए राशि चरणबद्ध तरीके से बढ़ाई जाएगी।
राव ने कहा कि तेलंगाना सूखे और लोगों के पलायन का गवाह था, लेकिन अब यहां शांति और स्थिरता के कारण विकास दिखता है।
उन्होंने कहा, "तेलंगाना प्रति व्यक्ति आय और प्रति व्यक्ति बिजली खपत में नंबर एक है। पहले प्रति व्यक्ति बिजली खपत 1100 यूनिट होती थी, जो अब दुगुनी होकर अब 2,200 यूनिट हो गई है।"
कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने आरोप लगाया कि पहले मुसलमानों और दलितों को वोट बैंक समझा जाता था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)