नयी दिल्ली, 29 मार्च सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी के कृष्णा-गोदावरी बेसिन की केजी-डी5 परियोजना से कच्चे तेल का उत्पादन इस साल मई में शुरू होने की उम्मीद है। वहीं क्षेत्र से गैस उत्पादन एक साल बाद शुरू होगा। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
ओएनजीसी केजी-डीब्ल्यूएन-98/2 ब्लॉक के क्लस्टर-दो क्षेत्र से उत्पादन जून, 2019 में ही शुरू करने वाली थी, जबकि कच्चे तेल का उत्पादन मार्च, 2020 से शुरू होना था।
ओएनजीसी के निदेशक (उत्पादन) पंकज कुमार ने कहा कि कृष्णा गोदावरी बेसिन में स्थित इस परियोजना के लिए एक उत्पादन इकाई (एफपीएसओ) पहले ही स्थापित की जा चुकी है। इसका इस्तेमाल कच्चे तेल के उत्पादन के लिए किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि यहां से तेल उत्पादन मई में शुरू हो जाना चाहिए।’
कंपनी को पहले तेल उत्पादन की शुरुआत नवंबर 2021 में करनी थी। इसे टालकर 2022 की तीसरी तिमाही और अब मई, 2023 किया गया है। वहीं गैस उत्पादन का लक्ष्य पहले, मई 2021, फिर मई, 2023 और अब मई, 2024 किया गया है।
कंपनी का कहना है कि कोविड महामारी के कारण अनुबंध एवं आपूर्ति संबंधी अड़चनों से यह लक्ष्य समय पर हासिल नहीं किया जा सका।
इस ब्लॉक से वर्तमान में प्रतिदिन 17 लाख मानक घनमीटर गैस का उत्पादन हो रहा है।
कुमार ने कहा, ‘‘हम शुरुआत में 10,000 से 12,000 बैरल प्रतिदिन का उत्पादन करेंगे और दो-तीन माह में इसे बढ़ाकर प्रतिदिन 45,000 बैरल किए जाने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा कि इस ब्लॉक से सीमित मात्रा में गैस भी निकल रही है लेकिन वास्तविक रूप से गैस उत्पादन मई, 2024 में ही शुरू हो पाएगा। उस समय इस ब्लॉक से प्रतिदिन 70-80 लाख घन मीटर गैस का उत्पादन होने की उम्मीद है।
कुमार ने कहा कि कंपनी को अगले वित्त वर्ष 2023-24 में कच्चे तेल के उत्पादन में गिरावट को रोकने की उम्मीद है, जबकि प्राकृतिक गैस के उत्पादन में वृद्धि की संभावना है।
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