लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), 11 सितंबर दक्षिण खीरी वन प्रभाग के महेशपुर रेंज में बुधवार को एक बाघ के हमले में 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। यह बीते 15 दिन में इस क्षेत्र में बाघ के हमले में मौत की दूसरी घटना है।
बाघ ने मूड़ा अस्सी गांव के निवासी जाकिर पर उस समय हमला किया जब वह अपने गन्ने के खेत में काम कर रहा था। इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है और वे बाघ को पकड़ने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दक्षिण खीरी के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) संजय बिस्वाल ने महेशपुर रेंज में दूसरी बार बाघ के हमले में एक व्यक्ति की मौत होने की पुष्टि की।
इससे पहले, 27 अगस्त को एक अन्य ग्रामीण अंबरीश कुमार की भी कथित तौर पर बाघ के हमले में मौत हो गई थी। इन दुखद घटनाओं के बाद, राज्य के वन मंत्री अरुण कुमार ने स्थिति का आकलन करने के लिए क्षेत्र का दौरा करके वन अधिकारियों को बाघ को पकड़ने का निर्देश दिया।
वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए गश्ती दल तैनात किए हैं, पिंजरे और कैमरे लगाए हैं और उसे बेहोश करने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया है। हालांकि, भारी बारिश और जलभराव से उनके प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है।
डीएफओ के अनुसार, ड्रोन कैमरों और अन्य उपकरणों से लैस चार गश्ती दल तैनात किए गए हैं, और बाघ का पता लगाने और निगरानी करने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में चार पिंजरे और 40 कैमरे लगाए गए हैं।
बाघ के ताजा हमले के बाद क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण है और अधिकारियों पर मानव-पशु से निपटने का दबाव बढ़ रहा है।
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