भद्रवाह/जम्मू, 12 जून : जम्मू क्षेत्र की चिनाब घाटी के कुछ हिस्सों में रविवार को लगातार चौथे दिन कर्फ्यू, निषेधाज्ञा और कड़े प्रतिबंधों के बीच कथित तौर पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया, आरोपी आदिल गफूर गनई को रविवार तड़के डोडा जिले के कर्फ्यू वाले भद्रवाह कस्बे में चिनार मोहल्ला इलाके में स्थित उसके आवास पर पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि गनई पर नौ जून को मरकज़ी जामिया मस्जिद भद्रवाह से एक भड़काऊ भाषण देने का आरोप है, जो हाल ही में निलंबित भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से की गयी विवादास्पद टिप्पणी और उनके समर्थन में कुछ स्थानीय दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा की गयी सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ एक रैली के दौरान दिया गया था.
भड़काऊ भाषण के आरोप में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उस वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से) और धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने कहा कि गनई इस मामले में गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति है. दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं सहित अन्य आरोपियों को भी पकड़ने के लिए शहर में कई अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की गयी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि डोडा और किश्तवाड़ दोनों जिलों में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है. अधिकारी ने बताया, ''भद्रवाह में कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई, जबकि सीआरपीसी के तहत धारा 144, सख्त प्रतिबंध किश्तवाड़ शहर के अलावा गंडोह, ठथरी और डोडा कस्बों में भी जारी रहे. शनिवार को रामबन जिले से निषेधाज्ञा के तहत प्रतिबंध हटा लिया गया.'' यह भी पढ़ें : गुजरात विधानसभा चुनाव में विपक्ष के मतों का बंटवारा कर सकती है आप : राजनीतिक विशेषज्ञ
उन्होंने कहा कि अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और कर्फ्यू में ढील देने का निर्णय बाद में लिया जाएगा. अधिकारी ने कहा कि दोनों समुदायों के प्रमुख नागरिक पुलिस के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं तथा स्थिति को सामान्य करने के प्रयास जारी हैं. डोडा के भद्रवाह में बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था जब बड़ी संख्या में लोगों ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के खिलाफ धरना दिया. बहुत समझाने के बाद, प्रदर्शनकारी सड़क को खाली करने के लिए तैयार हुए और पास में स्थित जामा मस्जिद में चले गए. भड़काऊ भाषणों के कथित वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर देखे गए. एहतियात के तौर पर भद्रवाह और किश्तवाड़ कस्बों सहित कई इलाकों में ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं.