विदेश की खबरें | क्यूबा के तेल भंडारण केंद्र में आग लगने से एक की मौत, 17 लापता, 121 घायल
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

ऊर्जा और खनन मंत्रालय ने ट्वीट किया, “दमकलकर्मी और अन्य अधिकारी शनिवार को भी मतंजस तेल भंडारण में आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे।”

अधिकारियों ने बताया कि करीब 800 लोगों को डबरोक इलाके से सुरक्षित निकाला गया है।

क्यूबा सरकार के मुताबिक, उसने तेल क्षेत्र में अनुभव रखने वाले ''मित्र देशों'' के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से मदद मांगी थी। उप-विदेश मंत्री कार्लोस फर्नांडीज डी कोसियो ने कहा कि बाइडन सरकार ने आग बुझाने के लिए तकनीकी मदद की पेशकश की थी।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''उचित समन्वय से जुड़ा प्रस्ताव विशेषज्ञों के हाथ में है।'' कुछ मिनट बाद, राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल ने मेक्सिको, वेनेजुएला, रूस, निकारागुआ, अर्जेंटीना और चिली को उनकी मदद की पेशकश के लिए धन्यवाद दिया। मेक्सिको से मदद के लिए एक विमान शनिवार रात हवाना पहुंचा।

आधिकारिक ''क्यूबा समाचार एजेंसी'' के मुताबिक, एक तेल टैंक पर बिजली गिरने के बाद भंडारण केंद्र में आग लगी और अन्य टैंक तक फैल गई।

सेना के हेलीकॉप्टरों ने आग बुझाने के लिए जैसे ही पानी का छिड़काव किया, काले धुएं का घना गुबार उठा और सौ किलोमीटर के दायरे में फैल गया।

क्यूबा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 121 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से पांच की हालत गंभीर है।

‘'रिपब्लिक ऑफ प्रेसीडेंसी'’ ने कहा कि लापता 17 लोग अग्निशामक थे, जो आग को फैलने से रोकने के लिए निकटतम क्षेत्र में थे।''

शनिवार रात स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया था कि एक शव बरामद हुआ है और अधिकारी मृत की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।

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