नयी दिल्ली, 24 नवंबर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी संविधान सदन या पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित समारोह को संबोधित करेंगे।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया, “साल भर चलने वाले समारोह का सूत्र वाक्य होगा ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’।”
संविधान सदन वही पुराना संसद भवन है जहां 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था।
संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
इस अवसर पर एक स्मारक सिक्का और एक डाक टिकट जारी किया जाएगा। इसके अलावा संस्कृत और मैथिली में संविधान की प्रतियां भी जारी की जाएंगी।
इस अवसर पर दो पुस्तकों - “मेकिंग ऑफ द कॉन्स्टीट्यूशन : ए ग्लिम्प्स” और “मेकिंग ऑफ द कॉन्स्टीट्यूशन एंड इट्स ग्लोरियस जर्नी” का भी विमोचन किया जाएगा। इसके अलावा संविधान में चित्रों को समर्पित एक पुस्तिका भी जारी की जाएगी।
रीजीजू ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू के साथ भारत और विदेश में भी लोग संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे।
सेंट्रल हॉल के अलावा, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपालों, उपराज्यपालों और मुख्यमंत्रियों द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
रीजीजू ने कहा कि पंचायतों को संविधान निर्माण में बी.आर. आंबेडकर के योगदान का प्रचार करने के लिए अगले साल 14 अप्रैल से 28 अप्रैल तक संविधान स्वाभिमान यात्रा निकालने को कहा गया है।
संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “यात्राएं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति की उच्च आबादी वाले गांवों और प्रत्येक पंचायत के मुख्य गांवों में आयोजित की जा सकती हैं।”
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