कानपुर, एक अक्टूबर रोहित शर्मा ने मंगलवार को यहां भारत की नाटकीय जीत के बाद कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ मौसम से प्रभावित दूसरे टेस्ट मैच में परिणाम के लिए मेजबान टीम 100 रन के करीब आउट होने का जोखिम उठाने के लिए भी तैयार थी।
ग्रीन पार्क स्टेडियम में बारिश और गीली आउटफील्ड के कारण दूसरे और तीसरे एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी लेकिन इसके बावजूद भारत पांचवें दिन आराम से मैच जीतने में सफल रहा। पहले दिन भी केवल 35 ओवर का खेल हो पाया था।
चौथे दिन बांग्लादेश को पहली पारी में 233 रन पर आउट करने के बाद भारत ने टी20 अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 34.4 ओवर में नौ विकेट पर 285 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की।
बांग्लादेश ने चौथे दिन अंतिम सत्र में दो विकेट गंवाए और पांचवें दिन लंच से पूर्व उसकी दूसरी पारी 146 रन पर सिमट गई। भारत ने इसके बाद दूसरे सत्र में 95 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया।
रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा, ‘‘(खराब मौसम के कारण) ढाई दिन गंवाने के बाद जब हम चौथे दिन मैदान पर आए तो उन्हें जल्द से जल्द आउट करना चाहते थे और देखना चाहते थे कि हम बल्ले से क्या कर सकते हैं। जब वे 230 रन पर आउट हो गए तो यह हमारे द्वारा बनाए गए रनों के बारे में नहीं था बल्कि हम उन्हें कितने ओवर करेंगे इस बारे में था।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘इस पिच पर नतीजा हासिल करना शानदार प्रयास था। यह एक जोखिम था जिसे हम लेने को तैयार थे क्योंकि जब आप इस तरह से बल्लेबाजी करने की कोशिश करते हैं तो आप कम स्कोर पर आउट हो सकते हैं। लेकिन हम इसके लिए तैयार थे, भले ही हम 100-120 रन पर आउट हो जाएं।’’
भारत ने अपने रिकॉर्ड में सुधार करते हुए घरेलू मैदान पर लगातार 18वीं टेस्ट श्रृंखला जीती। नए खिलाड़ियों में आकाश दीप के प्रयास से रोहित खुश दिखे।
रोहित ने कहा, ‘‘वह (आकाश दीप) अच्छा दिख रहा है। उसने काफी घरेलू क्रिकेट खेला है। जब आप इस तरह से ऊपर आते हैं तो आपने बहुत सारे ओवर फेंके होते हैं। उसके पास गुणवत्ता और कौशल है। शरीर भी अच्छा है और लंबे स्पैल भी डाल सकता है। आपको अपनी बेंच स्ट्रेंथ तैयार करनी होगी।’’
यह नए मुख्य कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में पहली टेस्ट श्रृंखला थी जिन्होंने राहुल द्रविड़ से जिम्मेदारी ली।
रोहित ने कहा, ‘‘हमने (द्रविड़ के साथ) शानदार समय बिताया लेकिन जीवन आगे बढ़ता रहता है। मैं गौतम गंभीर के साथ खेल चुका हूं और जानता हूं कि वह किस तरह की मानसिकता के साथ आते हैं।’’
अश्विन को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के संदर्भ में इस जीत को ‘बहुत बड़ी’ बताया।
अश्विन ने कहा, ‘‘कल हमने उन्हें लंच के बाद आउट किया। रोहित चाहते थे कि हमें उनके खिलाफ गेंदबाजी के लिए 80 ओवर मिले।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और जिस क्षण वह अंदर आया और उसने कहा कि हम 230 से कम पर आउट होने पर भी जीत के लिए प्रयास करेंगे। उसने केवल ऐसा कहा नहीं बल्कि मैदान पर उतरकर अपनी पहली गेंद पर छक्का लगाकर लय बनाई।’’
बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शंटो ने कहा कि दो टेस्ट की श्रृंखला में टीम की बल्लेबाजी ने उन्हें निराश किया।
शंटो ने कहा, ‘‘दोनों टेस्ट में हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। इन परिस्थितियों में हमें अच्छी बल्लेबाजी करने की जरूरत है। अगर आप हमारे बल्लेबाजों को देखें - हमने 30-40 गेंदें खेलीं और आउट हो गए। टेस्ट मैच में यह महत्वपूर्ण है कि जब बल्लेबाज क्रीज पर आते हैं तो आपको बड़ी पारी खेलने की कोशिश करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन और जड्डू (रविंद्र जडेजा)ने उस समय (चेन्नई में भारत के छह विकेट गिरने के बाद) जिस तरह से बल्लेबाजी की - उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। गेंदबाजी इकाई के रूप में हमें इन मौकों पर ध्यान देने की जरूरत है - ये विकेट कैसे चटकाए जाएं। उस साझेदारी की वजह से हम वह मैच में हार गए।’’
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