भुवनेश्वर, 14 सितंबर ओडिशा पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसने हरियाणा के एक व्यक्ति को अखिल भारतीय आयकर रिफंड रैकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कहा कि 28 वर्षीय आरोपी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से अपने सहयोगियों के साथ रैकेट चला रहा था।
राज्य पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक बयान में कहा, ‘‘गिरफ्तार व्यक्ति हरियाणा के फरीदाबाद का रहने वाला और चार्टर्ड अकाउंटेंट (इंटरमीडिएट) है तथा टीडीएस रिफंड धोखाधड़ी के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।’’
उसने कहा कि वह संदिग्ध कंपनियों का मालिक है और फर्जी दस्तावेजों और अन्य कंपनियों के पहचानपत्रों के जरिये गिरोह चला रहा था।
पुलिस ने कहा, ‘‘ईओडब्ल्यू ने व्यक्ति को नौ सितंबर को गिरफ्तार किया। उसे फरीदाबाद की एक अदालत में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर भुवनेश्वर लाया गया।’’
उसने कहा कि आयकर रिफंड धोखाधड़ी मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। उसने कहा कि रैकेट में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
बयान में कहा गया कि यह मामला तब दर्ज किया गया था जब आयकर विभाग के एक अधिकारी ने राज्य पुलिस में शिकायत की थी कि एक कंपनी द्वारा 2020-21 की पहली तिमाही में ‘‘2.70 करोड़ रुपये के झूठे और मनगढ़ंत चालान’’ के साथ टीडीएस रिटर्न दाखिल किया गया था।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में 2.70 करोड़ रुपये का टीडीएस चालान दाखिल किया और राशि 32 लाभार्थियों के खाते में जमा कर दी गई है।
ईओडब्ल्यू ने कहा, ‘‘रिफंड की एक बड़ी राशि बाद में आरोपी के व्यक्तिगत खाते और उसकी कंपनी के खातों में भी भेजी गई।’’
ईओडब्ल्यू ने कहा, ‘‘कुछ राशि अन्य कंपनियों के खातों में भी भेजी गई है, जिन्हें अंततः आरोपी द्वारा प्रबंधित किया जाता है।’’ उसने कहा, ‘‘अब तक 17.77 लाख रुपये का गबन किया गया है।’’
उसने कहा कि जांच के दौरान गिरफ्तार व्यक्ति का एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है।
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