भुवनेश्वर, एक अगस्त ओडिशा विधानसभा का मॉनसून सत्र चिट फंड मामले और किसानों के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते अपने निर्धारित कार्यक्रम से तीन दिन पहले सोमवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा का सत्र चार अगस्त तक चलने का कार्यक्रम था।
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने चिट फंड मामले पर चर्चा के लिए अपना नोटिस स्पीकर बी.के. अरूखा द्वारा खारिज कर दिये जाने के विरोध में शोरगुल किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
स्पीकर ने 2014 में विधानसभा में जारी किये गये एक आदेश का हवाला दिया। यह आदेश राज्य के महाधिवक्ता द्वारा यह सुझाव दिये जाने के बाद जारी किया गया था कि चिटफंड मामले में सदन में कोई चर्चा नहीं होगी।
नोटिस खारिज किये जाने के फैसले से नाराज भाजपा सदस्यों ने नारेबाजी की और स्पीकर के आसन के करीब पहुंच गये।
इसी तरह, कांग्रेस सदस्यों ने भी बोलांगीर और इसके आसपास के इलाकों में सूखे जैसी स्थिति पर चर्चा कराने की मांग की, जिसपर सदन में शोरगुल वाला दृश्य देखने को मिला।
दोनों विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन करने के मद्देनजर स्पीकर ने सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)