नागपुर, 18 जून भाजपा नेता आशीष शेलार ने शुक्रवार को कहा कि महा विकास आघाड़ी सरकार महाराष्ट्र स्थानीय निकाय में पूर्ववर्ती देवेंद्र फडणवीस की सरकार द्वारा प्रदत्त अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण को बचाने में नाकाम रही और आरोप लगाया कि प्रदेश के सत्ताधारी दल इस मामले में केंद्र पर झूठा आरोप लगा रहे हैं।
उच्चतम न्यायालय ने अपने एक हालिया आदेश में कहा था कि एससी, एसटी और अन्य श्रेणियों के लिये निर्धारित आरक्षित सीटों की संख्या स्थानीय निकाय की कुल सीट संख्या के 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकती।
उन्होंने स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण को जारी नहीं रखे जाने के लिये महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार और छगन भुजबल तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को दोषी ठहराया।
भाजपा नेता ने कहा कि स्थानीय निकाय में ओबीसी आरक्षण के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाने वाले दो लोग कांग्रेस के करीबी थे और इनमें से एक वाशिम से पूर्व विधायक का बेटा था। उन्होंने पटोले से इस जुड़ाव पर सफाई देने को कहा।
शेलार ने यह दावा भी किया कि उद्धव ठाकरे सरकार ने अदालती मामले से पहले 15 महीने की अवधि तक स्थानीय निकायों में ओबीसी की संख्या को लेकर किसी तरह का अनुभवजन्य आंकड़ा एकत्र नहीं किया।
शेलार ने आरोप लगाया कि ओबीसी आरक्षण पर अदालत के आदेश के बाद राकांपा और कांग्रेस जैसे दल इसका दोष भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के मत्थे मढ़ रहे हैं।
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