नयी दिल्ली, आठ जून दिल्ली के कई हिस्सों में बुधवार को लगातार छठे दिन भी भीषण लू का प्रकोप दर्ज किया गया, हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि दो दिनों में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली के आधार केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है।
दिल्ली के 11 मौसम केंद्रों में से चार ने मंगलवार को लू का प्रकोप दर्ज किया।
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे यह शहर का सबसे गर्म स्थान बन गया।
नजफगढ़, मुंगेशपुर, पीतमपुरा और रिज स्टेशन में अधिकतम तापमान क्रमश: 46.3 डिग्री सेल्सियस, 46.2 डिग्री सेल्सियस, 45.7 डिग्री सेल्सियस और 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम कार्यालय ने बृहस्पतिवार को राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर लू की स्थिति की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी की ओर से जारी एक परामर्श में कहा गया है, ‘‘उन लोगों में गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षणों की आशंका बढ़ जाती है, जो या तो लंबे समय तक धूप में रहते हैं या भारी काम करते हैं।’’
मौसम विशेषज्ञों ने तेज पश्चिमी विक्षोभ की कमी और लगातार गर्म एवं शुष्क पश्चिमी हवाओं की कमी को लू के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
राजधानी में शनिवार तक अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
मॉनसून के 15 जून तक पूर्वी भारत पहुंचने की उम्मीद के साथ, पूर्वी हवाएं नमी लाएंगी और उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून पूर्व गतिविधि को तेज करेंगी।
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा कि मानसून के प्रचलित तारीख 27 जून के आसपास दिल्ली पहुंचने की संभावना है। ऐसी कोई प्रणाली नहीं है जो इसकी प्रगति बाधित हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि एक या दो सप्ताह में स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी।
पिछले साल, आईएमडी ने भविष्यवाणी की थी कि मानसून अपनी सामान्य तिथि से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली पहुंच जाएगा। हालांकि, यह 13 जुलाई को राजधानी पहुंचा, जो 19 वर्षों में सबसे अधिक विलंबित अवधि थी।
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