पटना, 16 अगस्त बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को कहा कि इन दौरों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 में लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी करेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने नीतीश से दिल्ली जाने और मुख्यमंत्री का पद उनके बेटे तेजस्वी यादव के लिए खाली करने को कहा है।
प्रसाद ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार चाहे दिल्ली जाएं या मुंबई, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पहले ही नीतीश कुमार से दिल्ली जाने और मुख्यमंत्री पद तेजस्वी प्रसाद यादव के लिए छोड़ने को कहा था। लेकिन नीतीश जी मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि भाजपा के नेतृत्व वाला राजग 2024 में फिर से सरकार बनाएगा और नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।’’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दोपहर दिल्ली रवाना हुए हैं और इस दौरान उनके विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलॉपमेंटल इनक्लूसिव एलायंस) के मिलने की संभावना है। विपक्षी गठबंधन की इस महीने के अंत में मुंबई की बैठक होनी है।
दिल्ली में विपक्षी नेताओं के साथ नीतीश की बैठक पर आगे टिप्पणी करते हुए, रविशंकर ने कहा, ‘‘देश केंद्र में एक स्थिर और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चाहता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एकमात्र विकल्प हैं और वह 2024 में फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। नीतीश कुमार 2024 के लिए बारात सजा रहे हैं, लेकिन इस बारात का दूल्हा कौन है?’’
दिल्ली पहुंचने के तुरंत बाद नीतीश कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ‘‘यह अच्छा है कि नीतीश कुमार दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने दिल्ली गए हैं। अटलजी की वजह से ही नीतीश बिहार के मुख्यमंत्री बने।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नीतीश कुमार के बयान बहुत विरोधाभासी हैं। यदि वह अटल जी का सम्मान करते हैं; जैसा कि वह दावा करते हैं, तो वह कैसे कह सकते हैं कि वह हमारे प्रधानमंत्री सहित अन्य भाजपा नेताओं का सम्मान नहीं करते हैं।’’
सुशील मोदी ने कहा, ‘‘उन्हें दिल्ली में विपक्षी नेताओं से मिलने दीजिए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। नीतीश कुमार पूरी तरह से बेनकाब हो गए हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, आरसीपी सिंह और जीतन राम मांझी सहित कई नेताओं ने उनके व्यवहार और सरकार के प्रदर्शन के कारण पिछले कुछ महीनों में महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है।’’
भाजपा नेताओं की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा नेताओं को कौन गंभीरता से लेता है?
अहमद ने कहा, ‘‘उन्हें जो कहना है कहने दीजिए। नीतीश जी दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं से मिलने गए हैं क्योंकि वह और हमारे नेता राहुल गांधी 2024 के चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।’’
जदयू के वरिष्ठ नेता और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर टिप्पणी करने के लिए भाजपा नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को नीतीश जी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘वे राज धर्म में नहीं बल्कि सत्ता धर्म (सरकारों को गिराने) में विश्वास रखते हैं। जब मणिपुर जल रहा था तो प्रधानमंत्री चुप क्यों रहे। मणिपुर के लिए प्रधानमंत्री का राज धर्म कहां था।’’
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