बब्बर खालसा इंटरनेशनल, बिश्नोई गैंग पर कार्रवाई के लिए एनआईए ने 6 राज्यों में छापेमारी की
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नयी दिल्ली, 11 जनवरी : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बृहस्पतिवार को प्रतिबंधित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और लॉरेंस बिश्नोई अपराध सिंडिकेट की साजिशों तथा गतिविधियों से संबंधित मामलों में बड़े पैमाने पर कई राज्यों में कार्रवाई करते हुए आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरणों और नकदी के साथ कई अवैध हथियार और गोला-बारूद जब्त किया.

जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में कुल 32 जगहों पर एनआईए के दलों ने बृहस्पतिवार सुबह शुरू हुए अभियान के तहत छापे मारे.

तीन मामलों के संबंध में की गई छापेमारी के दौरान जब्ती में दो पिस्तौल, दो मैगजीन और गोला-बारूद के साथ-साथ 4.6 लाख रुपये की नकदी के अलावा दस्तावेज और डिजिटल उपकरण शामिल हैं. ये तीन मामले बीकेआई द्वारा की जा रही आतंकी गतिविधियों और देश में सक्रिय आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क से संबंधित हैं. बीकेआई को गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्रतिबंधित किया गया था. एनआईए प्रवक्ता ने कहा, “ऐसी गतिविधियों में सीमा पार से हथियार और गोला-बारूद, विस्फोटक, संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) आदि आतंकवादियों के उपयोग में आने वाली सामग्री की तस्करी करना शामिल है.”

आतंकी तंत्र का उपयोग देश के विभिन्न हिस्सों में बम विस्फोटों, लक्षित हत्याओं, जबरन वसूली और ऐसे संगठनों के वित्त पोषण के लिए आतंकी संगठनों और संगठित आपराधिक गिरोहों के संचालकों द्वारा किया जा रहा है. बृहस्पतिवार की कार्रवाई में बीकेआई के प्रमुखों और सदस्यों की गतिविधियों से संबंधित मामले में 16 स्थानों पर छापे मारे गए. एनआईए ने 10 जुलाई, 2023 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था. उसने हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा की पहचान आतंकी साजिश रचने के प्रमुख साजिकर्ताओं के तौर पर की थी जो पंजाब में हथियारों व गोलाबारुद की तस्करी में शामिल है.

यूएपीए के प्रावधानों के तहत गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार सहित उसके सहयोगियों के निर्देश पर चलाए जा रहे संगठित अपराध गिरोहों के खिलाफ एनआईए द्वारा दर्ज दूसरे मामले में कुल सात स्थानों पर छापे मारे गए. प्रवक्ता ने कहा कि तीसरे मामले में नौ छापे मारे गए. यह मामला भारत और विदेशों में स्थित कई प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और आपराधिक गिरोहों से संबंधित है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में आतंक और आपराधिक साजिश रचने में शामिल रहे हैं.

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