उन्होंने यह बात कुरनूल जिले के येम्मिगनूर में एक जन सभा में कही और लड़ाई को ‘वर्ग युद्ध’ कहा. सभा में उन्होंने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना ‘जगन्ना चेदोडु’ के तहत वित्तीय सहायता का विरतण किया. रेड्डी ने कहा, ‘‘लड़ाई जातियों के बीच नहीं है, यह एक वर्ग युद्ध है जिसमें एक तरफ गरीब वर्ग है और दूसरी तरफ प्रमुख पूंजीपति वर्ग है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस लड़ाई में उनके पास तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू या जनसेना प्रमुख पवन कल्याण की तरह आधा दर्जन मीडिया घरानों का समर्थन नहीं है. उन्होंने हालांकि कहा कि ईश्वर उनके साथ हैं और उन्हें लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि अगले चुनाव में वोट डालने के लिए जाते समय एक बात याद रखें कि इससे (योजना) उनके परिवार को फायदा हुआ या नहीं. उन्होंने लोगों से कहा अगर उन्हें लाभ हुआ है तो उनके साथ सैनिकों की तरह खड़े रहें. यह भी पढ़ें : गांधी का सामाजिक एकता और समानता का दृष्टिकोण ही आगे का रास्ता है: मुर्मू
मुख्यमंत्री ने पात्र लाभार्थियों को ‘जगन्ना चेदोडु’ योजना के तहत लगभग 325 करोड़ रुपये वितरित किए. पात्र लाभार्थियों में दर्जी, नाई और अन्य लोग शामिल हैं. प्रति व्यक्ति 10 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी गई.