श्रीनगर, आठ अगस्त जम्मू-कश्मीर के नवनियुक्त उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने शासन के मॉडल की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए केंद्र शासित प्रदेश में भ्रष्टाचार के प्रति कतई बर्दाश्त नही करने की नीति अपनाने पर जोर दिया और युवा केंद्रित कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का आह्वान किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि उपराज्यपाल ने शुक्रवार को शपथ लेने के बाद देर शाम यहां सिविल सचिवालय में प्रशासनिक सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने बताया कि सिन्हा ने भ्रष्टाचार के प्रति कतई बर्दाश्त नही करने की नीति अपनाने, युवा-केंद्रित कार्यक्रमों और नीतियों को बढ़ावा देने, जनता तक पहुंचने, ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क-प्रणाली को मजबूत करने, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने, राजधानी शहरों जम्मू और श्रीनगर के आधुनिकीकरण, लंबित परियोजनाओं को जल्द पूरा करने, जन शिकायतों के निवारण और सार्वजनिक सेवा वितरण प्रणाली में सुधार पर जोर दिया।
सिन्हा ने कहा कि न्यायसंगत व सम्पूर्ण विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आजीविका कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के उत्थान और गरीबी उन्मूलन वर्तमान सरकार का मुख्य एजेंडा है।
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उपराज्यपाल ने पारंपरिक और प्राचीन शिल्पों की बहाली का भी आह्वान किया जिनकी बाजार में भारी मांग है।
प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने विकास को नए आयाम देने के लिए पुरानी कई परियोजनाओं के पुनरुद्धार के लिए दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, सिन्हा ने अधिकारियों से इस क्षेत्र के पर्यटन केंद्रों में और स्थलों को जोड़ने के लिए झीलों और अन्य पर्यटक केंद्रों को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक उपाय करने को कहा है।
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को सरकार से बहुत अधिक उम्मीदें हैं और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न मोर्चों पर सभी अपेक्षित उपाय किए जाने का आह्वान किया।
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