नयी दिल्ली, 11 अगस्त खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि सरकार खनन क्षेत्र में बहुत जल्द उद्योगों के अनुकूल और सुधारों को आगे बढ़ायेगी।
जोशी ने उद्योग संगठन फिक्की द्वारा आयोजित एक वेबिनार कार्यक्रम में कहा, ‘‘खनन क्षेत्र में बहुत जल्द उद्योगों के अनुकूल और उत्पादक कार्यों को बढ़ाने वाले और सुधारों को आगे लाया जायेगा।’’
भारतीय खनन उद्योग का आत्मनिर्भर भारत बनाने में योगदान विषय पर आयोजित वेबिनार में जोशी ने कहा, ‘‘इस अवसर पर मैं उद्योग जगत और संबंद्ध पक्षों से यह आग्रह भी करना चाहूंगा कि वे इस बारे में अपने विचार रखें कि किस प्रकार मिलकर गठबंधन और नवोन्मेष के जरिये हम इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। ’’
मंत्री ने इस अवसर पर भारतीय खनन क्षेत्र में मौजूद व्यापक संभावनाओं का पता लगाने और उसका दोहन करने के लिय निवेशकों, खोजकर्ताओं और खनन करने वालों को आगे आने का निमंत्रण दिया।
खान मंत्री ने कहा कि अवैध खनन, पर्यावरण मंजूरी और वन मंजूरी जैसे अन्य मुद्दों पर विचार किया जायेगा और आने वाले समय में कानून के मुताबिक उपयुक्त कार्रवाई की जायेगी।
मंत्री ने आगे कहा कि खुली और पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के जरिये 500 खनन ब्लॉक की पेशकश की जायेगी।
उन्होंने कहा कि एक क्षेत्र के तौर पर यह संपत्ति और रोजगार का सृजन करता है और राष्ट्र को भीतर से मजबूत बनाता हे।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र ने पिछले वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 4.1 लाख करोड़ रुपये का योगदान किया और 1.1 करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया। कुल मिलाकर हर साल 5.5 करोड़ लोग अपनी आजीविका के लिये इस क्षेत्र पर निर्भर रहते हैं।
भारत खनिज के लिहाज से संपन्न देश है जहां 95 प्रकार के विभिन्न खनिज पाये जाते हैं। इनमें धात्विक और गैर- धात्विक तथा गौण खनिज शामिल हैं। जोशाी ने कहा कि खनिज क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)