COVID-19: कक्षाएं ऑनलाइन होने पर विदेशी छात्रों को छोड़ना होगा अमेरिका, भारतीय भी होंगे प्रभावित
अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों ने विश्वविद्यालयों पर परिसर खोलने को लेकर अतिरिक्त दबाव बना दिया है. वह भी ऐसे समय में जबकि हाल ही में युवकों में कोविड-19 के मामले अधिक सामने आए हैं. कॉलेज को भी नए दिशा-निर्देशों की जानकारी दे दी गई. इससे कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में फंसे विदेशी छात्रों के लिए यकीनन परेशानी खड़ी हो गई है.
अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों ने विश्वविद्यालयों पर परिसर खोलने को लेकर अतिरिक्त दबाव बना दिया है. वह भी ऐसे समय में जबकि हाल ही में युवकों में कोविड-19 (Covid-19) के मामले अधिक सामने आए हैं. कॉलेज को भी नए दिशा-निर्देशों की जानकारी दे दी गई. हार्वड विश्वविद्यालय सहित कई शैक्षणिक संस्थानों ने ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने की घोषणा भी कर दी है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्कूल और कॉलेजों को जल्द से जल्द परिसर में कक्षाएं शुरू करेने को कहा था. इसके तुरंत बाद ही यह नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. ट्रम्प ने टि्वटर पर कहा था कि इस शरदऋतु में स्कूल जरूर दोबारा खुल जाने चाहिए. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि डेमोक्रेट पार्टी, "राजनीतिक कारण से स्कूल बंद रखना चाहती है, स्वास्थ्य कारणों की वजह से नहीं."
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ट्रम्प ने कहा था, "उन्हें लगता है कि इससे नवम्बर में उन्हें मदद मिलेगी. गलत, लोगों को सब समझ आ रहा है." अद्यतन नियमों के तहत, विदेशी छात्रों को कम से कम कुछ कक्षाएं परिसर जाकर लेनी होंगी. उन स्कूलों या पाठ्यक्रमों के लिए नए वीजा जारी नहीं किए जाएंगे, जहां सभी कक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं.
यहां तक की जिन कॉलेजों में इस शरदकाल में परिसर में और ऑनलाइन दोनों तरीके से कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, वहां विदेशी छात्रों को ऑनलाइन कक्षाएं नहीं लेने दिया जाएगा. इससे कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में फंसे विदेशी छात्रों के लिए यकीनन परेशानी खड़ी हो गई है.
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