बुडापेस्ट, 27 अगस्त ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने फिर इतिहास रच दिया और विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए जिन्होंने पुरूषों की भालाफेंक स्पर्धा में 88 . 17 मीटर के थ्रो के साथ यह उपलब्धि हासिल की ।
भारत के किशोर जेना पांचवें स्थान पर रहे जिन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 84 . 77 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका । वहीं डी पी मनु छठे स्थान पर रहे जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 84 . 14 मीटर का था । विश्व चैम्पियनशिप में यह पहली बार हुआ है कि शीर्ष आठ में तीन भारतीय रहे हों ।
25 वर्ष के चोपड़ा ने पहला प्रयास फाउल रहने के बाद दूसरे में आज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका । इसके बाद उन्होंने 86 . 32 मीटर, 84 . 64 मीटर , 87 . 73 मीटर और 83 . 98 मीटर के थ्रो फेंके ।
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 87 . 82 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत और चेक गणराज्य के याकूब वालेश ने कांस्य पदक जीता जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86 . 67 मीटर का था ।
निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद एक ही समय पर ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाले चोपड़ा दूसरे भारतीय बन गए । बिंद्रा ने 23 वर्ष की उम्र में विश्व चैम्पियनशिप और 25 वर्ष की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था ।
तोक्यो में 2021 ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले चोपड़ा पहले भारतीय बने । उन्होंने 2022 में यूजीन में विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था ।
उनसे पहले लंबी कूद में अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में पेरिस विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था ।
एक ही समय पर ओलंपिक और विश्व खिताब जीतने वाले वह तीसरे भालाफेंक खिलाड़ी बन गए । उनसे पहले चेक गणराज्य के जान जेलेज्नी और नॉर्वे के आंद्रियास टी यह कारनामा कर चुके हैं । जेलेज्नी ने 1992, 1996 और 2000 में ओलंपिक खिताब जीते जबकि 1993, 1995 और 2001 में विश्व चैम्पियनशिप जीती थी । आंद्रियास ने 2008 ओलंपिक और 2009 विश्व चैम्पियनशिप जीते थे ।
अब चोपड़ा के नाम खेल के सारे खिताब हो गए हैं । उन्होंने एशियाई खेल (2018), राष्ट्रमंडल खेल (2018) स्वर्ण के अलावा चार डायमंड लीग खिताब और पिछले साल डायमंड लीग चैम्पियन ट्रॉफी जीती ।
वह 2016 में जूनियर विश्व चैम्पियन रहे और 2017 में एशियाई चैम्पियनशिप खिताब जीता ।
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