नयी दिल्ली, 29 मई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 956 नए मामले सामने आए हैं और अगर नए मामलों की संख्या में गिरावट जारी रहती है, तो शहर में ज्यादा गतिविधियों को मंजूरी दी जाएगी।
कोविड-19 टीके की किल्लत को लेकर केजरीवाल ने केंद्र सरकार से टीके खरीदने और उन्हें राज्यों को वितरित किए जाने का अनुरोध किया। साथ ही कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप और सस्ती राजनीति करने का नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार केवल दिल्ली के लिए टीके चाहती है। उन्होंने जानना चाहा कि इसमें राजनीति कहां है?
केजरीवाल ने कहा कि शुक्रवार तक दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 450 मामले थे।
केजरीवाल ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार से धीरे-धीरे लॉकडाउन खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और यहां एक सप्ताह के लिए निर्माण गतिविधियों और फैक्टरियों को खोले जाने की इजाजत दी गई है।
संक्रमण की दूसरी लहर से बेहद प्रभावित दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया करीब छह सप्ताह से ज्यादा समय से लागू लॉकडाउन के बाद हो रही है।
केजरीवाल ने एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘दिल्ली में पिछले 24 घंटे में करीब 900 मामले सामने आए हैं। संक्रमण के नए मामलों की संख्या 1,000 से नीचे है और संक्रमण दर में कमी आई है इसलिए हम ज्यादा गतिविधियों को शुरू करेंगे। हम चाहते हैं कि आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौट आएं।’’
केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में स्थित एक कोविड-19 टीकाकरण अभियान केंद्र का मुआयना किया। इस केंद्र की व्यवस्था कुछ इस तरह की गई है कि लोग अपने वाहनों में बैठे-बैठे ही टीका लगवा सकेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस केंद्र पर लोग अपनी कार या मोटरसाइकिल से आ सकते हैं। लोग पैदल चलकर भी आ रहे हैं। जैसे ही हमें 18-44 उम्र समूह के लोगों के लिए टीके की आपूर्ति होती है, यह व्यवस्था उनके लिए भी शुरू हो जाएगी। दिल्ली सरकार ने तत्काल आधार पर कोविड-19 टीके की खरीद के लिए वैश्विक स्तर पर रुचि पत्र (ईओआई) जारी किया है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमने वैश्विक स्तर पर निविदा डाली है और उम्मीद करते हैं कि कुछ कंपनियां आएंगी। विभिन्न सरकारों ने वैश्विक निविदा निकाली है लेकिन इसके परिणाम बहुत अच्छे नहीं हैं। अगर कुछ कंपनियां हमसे संपर्क करती हैं तो यह अच्छा होगा। लेकिन मेरी समझ है कि दुनिया की कंपनियां टीकों की खरीद के लिए केंद्र सरकार से बात करना चाहती हैं।’’
टीका खरीद मुद्दे का राजनीतिकरण करने के सवाल पर केजरीवाल ने कहा, ‘‘ दिल्ली सरकार केवल टीका चाहती है। इसमें राजनीतिकरण कहां है? लोगों को टीका चाहिए और केंद्र सरकार बताए कि हमें कहां से टीका प्राप्त करना चाहिए। केंद्र सरकार को टीका खरीदना पड़ेगा और इसके बाद उन्हें हमें टीका उपलब्ध कराना चाहिए ताकि हम सभी का टीकाकरण कर सकें।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने और बहस करने का समय नहीं है। देश एक महामारी से जूझ रहा है। पूरी दुनिया का अनुभव यह दर्शाता है कि केवल टीकाकरण ही एकमात्र समाधान है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए, केंद्र को पूरे देश के लिए टीका खरीदना चाहिए और उसे राज्य सरकारों को वितरित करना चाहिए। हम इन्हें लगाएंगे। वे इस पर बहस क्यों कर रहे हैं, ये मेरी समझ से परे है।’’
इस बीच, केजरीवाल ने स्थिति में सुधार के साथ ही अनलॉक प्रक्रिया के दौरान व्यापारियों को राहत प्रदान करने का भी आश्वसन दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं व्यापारियों की समस्या को समझ सकता हूं। मैंने अखबारों में पढ़ा है कि वे थोड़े उदास हैं। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि काफी मुश्किलों के बाद लॉकडाउन लगाकर हम हालात को काबू करने में कामयाब हो सके हैं। मैं उनकी परेशानियां समझता हूं लेकिन अभी उन्हें थोड़ा संयम रखने की जरूरत है। हालात और बेहतर होने पर हम सभी दुकानों और बाजारों को खोल देंगे।’’
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