मुंबई, 15 फरवरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी आम लोगों की है और भले ही यह वर्तमान में मुश्किल दौर से गुजर रही हो, लेकिन किसी को भी इसके समक्ष मौजूद चुनौतियों को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए।
पवार ने यह भी कहा कि सभी को एकजुट रहने और राज्य की छवि बेहतर करने की जरूरत है।
राकांपा के प्रतिद्वंद्वी गुटों की अयोग्यता पर महाराष्ट्र के विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के अपना फैसला सुनाने से कुछ घंटे पहले (शरद) पवार मुंबई में राकांपा(शरदचंद्र पवार) खेमे द्वारा आयोजित युवतियों के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अजित पवार नीत गुट उस वक्त असली राकांपा था जब जुलाई 2023 में दो खेमे उभरे थे, और दोनों खेमों (अजित पवार और शरद पवार नीत खेमों) द्वारा दायर अयोग्यता याचिकाओं को खारिज कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान, पवार ने कहा कि राकांपा का गठन करने का फैसला 25 साल पहले इसी हॉल में किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘राकांपा आम लोगों की पार्टी है। आज वह चुनौतियों का सामना कर रही है, लेकिन आपको और मुझे इन चुनौतियों से चिंतित नहीं होना चाहिए। हम एकजुट रहेंगे और ऐसे निर्णय करेंगे जिससे अगली पीढ़ी को फायदा होगा। हम राज्य की छवि बेहतर करने की दिशा में काम करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राकांपा के गठन के तीन महीने के भीतर, राज्य के लोगों ने पार्टी को राज्य पर शासन करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पार्टी के कई युवा नेताओं ने अगले पांच साल राज्य में आम लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए काम किया।’’
राकांपा पिछले साल जुलाई में टूट गई थी, जब अजित पवार और अन्य विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए। हाल में, चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को असली राकांपा के रूप में मान्यता दी और उसे पार्टी का चिह्न ‘घड़ी’ आवंटित किया।
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