मुंबई, 27 अप्रैल शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को फिल्म फाइनेंसर एवं बिल्डर यूसुफ लकड़वाला से 80 लाख रूपये का कर्ज मिला था।
राउत ने इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने की मांग की।
लकड़वाला को धनशोधन के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। उसकी पिछले वर्ष सितंबर में यहां आर्थर रोड जेल में मौत हो गई थी।
राउत ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में संदेह जताया कि हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर उठे राजनीतिक विवाद का कोई ‘अंडरवर्ल्ड कनेक्शन’ तो नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नवनीत राणा को बचाने की कोशिश कर रही है।
नवनीत और उनके पति रवि राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान किया था जिसके बाद मुंबई पुलिस ने शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
दंपति ने चालीसा पाठ तो नहीं किया लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और राजद्रोह तथा विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देने समेत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
राउत ने मंगलवार देर रात में ट्वीट किया, ‘‘नवनीत राणा को यूसुफ लकड़वाला से 80 लाख रुपये का कर्ज मिला था। लकड़वाला की हाल में जेल में मौत हो गई थी। लकड़वाला को धन शोधन और डी-गैंग के साथ संपर्कों के कारण ईडी ने गिरफ्तार किया था। मेरा सवाल है कि क्या ईडी ने मामले की जांच की? यह राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है।
राउत ने बुधवार को एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘अंडरवर्ल्ड कनेक्शन। लकड़वाला को ईडी ने 200 करोड़ रुपये के धन शोधन के मामले में गिरफ्तार किया था और उसकी हवालात में मौत हो गई थी। यूसुफ का अवैध धन राणा के खाते में है। ईडी राणा को चाय कब पिलाएगी? डी-गैंग को क्यों बचाया जा रहा है? भाजपा चुप क्यों है?’’
मंगलवार रात को राउत ने कथित तौर पर राणा के वित्तीय लेनदेन से जुड़ी एक तस्वीर ट्वीट की थी जिसमें लकड़वाला से लिये गये 80 लाख रुपये के कर्ज का जिक्र था।
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