नई दिल्ली, 19 मार्च: वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने प्रदूषण को गंभीर समस्या बताते हुए शुक्रवार को कहा कि वायु प्रदूषण की समस्या से व्यापक ढंग से निपटने के लिये एक दीर्घावधिक, समयबद्ध, राष्ट्र स्तरीय कार्यनीति के रूप में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीपीसी) तैयार किया गया है. यह भी पढ़े: भारतीय नेवी की बढ़ी ताकत, "मेक इन इंडिया" निर्मित लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी एल-58 नौसेना में शामिल
लोकसभा में राजीव प्रताप रूडी के पूरक प्रश्न के उत्तर में जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पांच सालों में 100 शहरों की वायु गुणवत्ता में सुधार करने का संकल्प लिया था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इसी सोच के अनुरूप राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम तैयार किया गया है. हर शहर में प्रदूषण का अपना कारण होता है और इसके तहत हर शहर में वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये योजना बनाई गई है और पैसा दिया जा रहा है.
जावड़ेकर ने इस संबंध में विद्युत चालित वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित करने का भी जिक्र किया.
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या का जिक्र करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि इस दिशा में केंद्र सरकार ने काम किया है, बदरपुर संयंत्र बंद किया गया है, पेरिफेरल एक्सप्रेस वे बनाने से हजारों ट्रकों की शहर में आवाजाही बंद हुई है और अन्य अनेक उपाय किये गये हैं.
मंत्री ने कहा कि इन प्रयासों से दिल्ली में पिछले सालों की तुलना में प्रदूषण में कमी आई है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार पर परोक्ष निशाना साधते हुए जावड़ेकर ने कहा कि कुछ लोग श्रेय लेने का प्रयास करते हैं लेकिन केंद्र सरकार के अनेक प्रयासों से यह संभव हुआ है.
उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राज्यों के साथ मिलकर प्रदूषण कम करने की दिशा में काम करेगी.