
नयी दिल्ली, 15 जुलाई ) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) सहित राष्ट्रीय राजधानी के विश्वविद्यालयों ने संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक (सीयूईटी-यूजी) के परिणामों की घोषणा में अनिश्चितता के कारण देरी से प्रवेशों को देखते हुए सप्ताहांत कक्षाएं आयोजित करने और छोटे शीतकालीन अवकाश की योजना बनाई है।
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने रविवार को घोषणा की कि 19 जुलाई को 1,000 से अधिक सीयूईटी यूजी उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित की जाएगी। ऐसा उम्मीदवारों की शिकायतों के बाद किया गया।
जेएनयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिणामों की घोषणा में देरी से छात्रों के सभी 'बैच' के लिए एकीकृत शैक्षणिक 'कैलेंडर' जारी करने की विश्वविद्यालय की योजना प्रभावित होगी।
अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय को शनिवार को अतिरिक्त कक्षाओं पर निर्भर रहना पड़ेगा तथा पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए गंवाये गये समय की भरपाई के लिए शीतकालीन अवकाश को भी छोटा करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, "सप्ताह में पांच दिन पढ़ाने के बजाय, हमें सप्ताह में छह दिन पढ़ाना होगा और पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए शनिवार को पढ़ाना होगा। यदि आवश्यकता हुई तो हम शीतकालीन अवकाश को छोटा करने पर भी विचार करेंगे।"
कुलपति अनु सिंह लाठर ने कहा कि आंबेडकर विश्वविद्यालय शाम और सप्ताहांत में अतिरिक्त कक्षाएं लेने की योजना बना रहा है तथा यदि आवश्यक हुआ तो देरी की भरपाई के लिए छुट्टियां कम कर दी जाएंगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय में अधिकारियों ने कहा कि इस देरी के कारण प्रथम वर्ष के छात्रों का शैक्षणिक 'कैलेंडर' निर्धारित तिथि से बाद में समाप्त होगा।
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