नयी दिल्ली, 11 जुलाई संसद के दोनों सदनों के महासचिवों को शनिवार को आगामी मॉनसून सत्र के लिए जरूरी बंदोबस्त करने को कहा गया है जिसमें सदस्य सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए प्रत्यक्ष रूप से भाग ले सकते हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि लोकसभा और राज्यसभा के शीर्ष अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है कि दोनों सदनों की बैठक उनके संबंधित चैंबरों से ही संचालित होने की संभावना है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सत्र आयोजित करने के संबंध में विचार-विमर्श किया।
सूत्रों ने बताया कि इस तरह के विकल्पों पर विचार किया जा रहा है कि दोनों सदनों की बैठक एक साथ चल सके और अलग-अलग दिन नहीं जैसा कि मीडिया के एक वर्ग में दावा किया जा रहा था।
यह भी पढ़े | राजस्थान: सीएम गहलोत के आरोप को केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया मनगढ़ंत.
सूत्रों के अनुसार सांसदों की बैठक व्यवस्था संसद परिसर में विभिन्न स्थानों पर की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सांसदों के बैठने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार चल रहा है जिनमें दोनों सदनों की लॉबियों और गैलरियों में, सेंट्रल हॉल में और पुस्तकालय भवन के बालयोगी सभागार में बैठक व्यवस्था की जा सकती है।
मॉनसून सत्र की तारीख अभी तय नहीं हुई है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि सत्र निश्चित रूप से 22 सितंबर से पहले शुरू होगा क्योंकि संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से अधिक का समय अंतराल नहीं हो सकता।
संसद का बजट सत्र 23 मार्च को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बजट सत्र तीन अप्रैल तक चलना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे समयपूर्व स्थगित कर दिया गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)