भोपाल, छह जनवरी मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कड़ाके की ठंड के कारण भोपाल और इंदौर सहित कुछ जिलों में नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के स्कूल बंद कर दिए गए। राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान नौगांव कस्बे में 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह के समय सड़कों पर वाहनों की आवाजाही कम देखी गई और लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जलाते भी नजर आए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य में अगले तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है।
आईएमडी के भोपाल कार्यालय के ड्यूटी अधिकारी एच एस पांडे ने बताया, “मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में (बृहस्पतिवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक) सबसे कम न्यूनतम तापमान छतरपुर जिले के नौगांव कस्बे में 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।”
उन्होंने बताया कि दतिया में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री, जबकि पर्यटन स्थल खजुराहो में 2.6 डिग्री, गुना में 3 डिग्री, ग्वालियर में 4.2 डिग्री और सागर में 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
पांडे के मुताबिक, भोपाल और इंदौर में न्यूनतम तापमान क्रमश: 7.3 और 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि यह लगातार पांचवां दिन है, जब मध्य प्रदेश में कई जगहों पर न्यूनतम तापमान सात डिग्री या उससे नीचे रहा।
पांडे ने बताया कि गुना, सतना, दतिया, जबलपुर, सागर और खजुराहो में शुक्रवार को घना कोहरा, जबकि ग्वालियर, रीवा और नौगांव में मध्यम कोहरा छाया रहा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी के बाद वहां से आ रही ठंडी हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में सर्दी बढ़ी है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, मध्य प्रदेश में शुक्रवार से शुरू हुआ कड़ाके की ठंड का दौर अगले तीन दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक, ठंड के मद्देनजर भोपाल, इंदौर, विदिशा और उज्जैन सहित कुछ अन्य जिलों में जिलाधिकारियों के आदेश पर नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के स्कूल शुक्रवार को बंद कर दिए गए।
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