भोपाल, 5 दिसंबर : मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए कुल 27 महिलाएं चुनी गई हैं, जिनमें से 21 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हैं और छह कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुई हैं. मध्य प्रदेश में भाजपा ने कुल 230 में से 163 सीटें जीत कर सत्ता बरकरार रखी जबकि कांग्रेस 66 सीटें हासिल कर विपक्षी दल के तौर पर कायम है. 2018 के विधानसभा चुनाव में जीतने वाली महिलाओं की संख्या 20 थी. मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 17 नवंबर मतदान हुआ था और नतीजे रविवार को घोषित किए गए. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू और भाजपा की कृष्णा गौर महिलाओं में सबसे बड़े अंतर से जीतीं. उन्होंने गोविंदपुरा में कांग्रेस के रवींद्र साहू को 1.06 लाख मतों से हराया. इस सीट से बाबूलाल गौर ने 1980 से 2013 के बीच लगातार आठ बार जीत हासिल की थी.
भाजपा की मालिनी गौड़ ने इंदौर-4 सीट से 69,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. भाजपा की ही प्रियंका मीना ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से 61,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराकर एक बड़ा उलटफेर कर दिया. वह 31 साल की सबसे कम उम्र की विधायक भी हैं. लक्ष्मण सिंह पांच बार लोकसभा सांसद और तीन बार विधायक भी रह चुके हैं. उषा ठाकुर (महू) और मीना सिंह (मानपुर), जो दोनों मंत्री थीं, साथ ही सांसद रीति पाठक (सीधी), पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस (बुरहानपुर) और पूर्व राज्यसभा सदस्य संपतिया उइके (मंडला) अन्य महिलाएं हैं जो भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं. यह भी पढ़ें : Uttarakhand Bus Accident: उत्तराखंड के ब्यासी में सड़क हादसे में बस के अंदर फंसा ड्राइवर, SDRF ने बचाया- Watch Video
इनके अलावा मंजू दादू (नेपानगर), गंगाबाई उइके (घोड़ाडोंगरी), प्रतिमा बागरी (राय गांव), राधा सिंह (चितरंगी), नीना वर्मा (धार), निर्मला भूरिया (पेटलावद), कंचन तनवे (खंडवा), छाया मोरे (पंधाना), गायत्री राजे पवार (देवास), सरला बृजेंद्र रावत (सबलगढ़), ललिता यादव (छतरपुर) और उमा खटीक (हट्टा) ने भी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता है. कांग्रेस की ओर से अनुभा मुंजारे ने बालाघाट से मंत्री गौरीशंकर बिसेन को हराया. विपक्षी दल कांग्रेस से सेना पटेल (जोबट), निर्मला सप्रे (बीना), चंदा सिंह गौड़ (खरगापुर), साध्वी राम सिया भारती (मलहरा) और झूमा सोलंकी (भीकनगांव) भी विजयी रहीं. रविवार को घोषित विधानसभा चुनाव नतीजों में भाजपा ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी. कांग्रेस सिर्फ 66 सीटों पर सिमट गई जबकि एक सीट भारत आदिवासी पार्टी के खाते में गई.