देश की खबरें | भारत में 6.7 करोड़ से अधिक लोग प्रतिदिन ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर जाते हैं : पुरी

मंगलुरु, 11 जनवरी केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को यहां दावा किया कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने का लक्ष्य देश के ऊर्जा विकास के 25 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से 2027 से बहुत पहले हासिल कर लेगा।

उन्होंने कहा कि इसके लिए 142 करोड़ लोगों की आबादी में प्रतिदिन 6.7 करोड़ लोगों को ईंधन पंपों, ईवी चार्जिंग स्टेशनों, संपीड़ित बायोगैस और संपीड़ित प्राकृतिक गैस स्टेशनों से उर्जा आपूर्ति की जा रही है।

हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को यहां सातवें मंगलुरु साहित्यिक महोत्सव का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।

पुरी ने कहा कि देश की चार ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था को ईंधन देने में और यहां की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने में भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और आशा व्यक्त की कि वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा।

उन्होंने कहा कि देश की विकास दर एक छलांग लगाने और बड़े पैमाने पर उच्च ऊर्जा खपत का क्षेत्र बनने के लिए तत्पर है।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा संगठन ने भी हमारी ऊर्जा विकास दर 25 प्रतिशत आंकी गयी है, हालांकि वर्तमान परिदृश्य में हमारी जीवाश्म ईंधन की खपत पर निर्भरता 85 प्रतिशत जिसमें प्राकृतिक गैस पर निर्भरता 50 प्रतिशत है।

पुरी ने शनिवार को मंगलुरु में सातवें मंगलुरु साहित्यिक महोत्सव में भारत की ऊर्जा सुरक्षा पर भाषण देते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा, " अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी भारत के उस मुकाम तक पहुंचने का अनुमान लगाया है, लेकिन सरकार के कामकाज की वर्तमान गति को देखते हुए भारत अपने लक्ष्य को कहीं पहले हासिल कर लेगा।"

पुरी ने कहा कि दुनिया में जीवाश्म ईंधन की कोई कमी नहीं है। इसकी कमी केवल कुछ तेल उत्पादक और निर्यातक देशों में हो सकती है जो अपने 'कार्टेलिंग उद्देश्यों' के लिए जीवाश्म ईंधन को 'अल्पकालिक' संसाधन के रूप में उपयोग कर रहे हैं।"

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)