नयी दिल्ली, आठ जनवरी एलआईसी की बीमा सखी योजना में एक महीने के भीतर 50,000 से अधिक पंजीकरण हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिला सशक्तीकरण के माध्यम से विकसित भारत की दिशा में एक पहल के रूप में इस योजना की शुरुआत की थी।
एलआईसी ने बुधवार को बयान में कहा कि योजना शुरू होने के एक माह पूरे होने के बाद बीमा सखी के लिए कुल पंजीकरण आंकड़ा 52,511 पर पहुंच गया है। इनमें से 27,695 बीमा सखियों को पॉलिसी बेचने के लिए नियुक्ति पत्र जारी किए गए हैं और 14,583 बीमा सखियों ने पॉलिसी बेचना शुरू कर दिया है।
एलआईसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सिद्धार्थ मोहंती ने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य एक वर्ष के भीतर देश की प्रत्येक पंचायत में कम से कम एक बीमा सखी की भर्ती करना है।’’
उन्होंने कहा कि एलआईसी उचित कौशल के साथ महिलाओं को तैयार कर और उन्हें डिजिटल उपकरणों के साथ सशक्त बनाकर बीमा सखी धारा को मजबूत कर रही है। इस योजना में पॉलिसी की बिक्री पर अर्जित कमीशन के अलावा तीन साल के लिए मासिक मानदेय का लाभ भी शामिल है।
योजना के अनुसार, प्रत्येक बीमा सखी को पहले वर्ष में 7,000 रुपये, दूसरे वर्ष में 6,000 रुपये प्रति माह और तीसरे वर्ष में 5,000 रुपये प्रति माह का मासिक मानदेय प्रदान किया जाएगा।
यह मानदेय मूल सहायता भत्ते के रूप में कार्य करता है। इसके अतिरिक्त, महिला एजेंट अपनी बीमा पॉलिसियों के आधार पर कमीशन प्राप्त कर सकती हैं।
एलआईसी का लक्ष्य अगले तीन साल में दो लाख बीमा सखियों को नियुक्त करना है। दसवीं की शिक्षा पूरी कर चुकी 18 से 70 वर्ष आयु की महिलाएं आवेदन करने के लिए पात्र हैं।’’
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