चंडीगढ़, 30 जनवरी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हिंसा के बाद ढीला पड़ता नजर आ रहा किसान आंदोलन शनिवार को फिर से तेजी पकड़ने लगा तथा पंजाब से किसानों के अधिकाधिक समूह राष्ट्रीय राजधानी की ओर रूख करने लगे।
कई किसान नेताओं ने शनिवार को दावा किया कि अधिकाधिक किसान समूह दिल्ली जा रहे हैं और दो फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसान संगठनों एवं कृषि मजदूरों का रिकार्ड जमावड़ा होगा।
भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि उन्हें दिल्ली की सीमाओं पर दो फरवरी को भारी तादाद की उम्मीद है।
शनिवार को पंजाब के संगरूर और मोहाली में किसानों एवं कृषि मजदूरों ने किसान आंदोलन के समर्थन में भूखहड़ताल रखी।
पंजाब के 14 जिलों में 400 स्थानों पर प्रदर्शनकारी किसानों ने नये कृषि कानूनों का विरोध करते हुए एवं उन्हें वापस लेने की मांग करते हुए केंद्र के पुतले फूंके।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहान) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने शनिवार के कहा, ‘‘ कई क्षेत्रों से लोग आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली सीमा जा रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कम से कम 700-800 ट्रैक्टरों का हमारा जत्था रविवार को टीकरी बार्डर प्रदर्शन स्थल के लिए रवाना हेागा। ’’
राजेवाल ने कहा, ‘‘ प्रदर्शन स्थलों पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। संभव है कि दो फरवरी तक प्रदर्शन स्थलों पर फिर से रिकॉर्ड संख्या में लोग एकत्र हो जाएं।’’
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