देश की खबरें | मोदी, बाइडन ने एअर इंडिया और बोइंग के बीच ऐतिहासिक समझौते की सराहना की

नयी दिल्ली, 14 फरवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बातचीत की और कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा व्यक्त की। दोनों नेताओं ने एअर इंडिया और बोइंग के बीच ऐतिहासिक समझौते की सराहना की, जो दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ की एक घोषणा के अनुसार, बोइंग और एअर इंडिया एक समझौते पर पहुंचे हैं, जिसके तहत एअर इंडिया बोइंग से 34 अरब डॉलर में 220 विमान खरीदेगी। इनमें 190 बी737 मैक्स 20 बी787, और 10 बी777एक्स शामिल हैं। समझौते के तहत 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा जिससे कुल लेन-देन मूल्य 45.9 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से और सार्थक वार्तालाप हुई। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ बात करके खुशी हुई। हम ऐतिहासिक एअर इंडिया और बोइंग समझौते का स्वागत करते हैं, जो दोनों देशों में नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।’’

पीएमओ ने कहा कि मोदी और बाइडन ने भारत-अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी प्रगाढ़ होने पर संतोष व्यक्त किया, जिसके परिणामस्वरूप सभी क्षेत्रों में मजबूत विकास हुआ है।

बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने एअर इंडिया और बोइंग के बीच एक ‘‘ऐतिहासिक समझौते’’ की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का एक शानदार उदाहरण बताया, जो दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में बढ़ते नागर विमानन क्षेत्र के कारण उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।

पीएमओ ने कहा कि दोनों नेताओं ने वाशिंगटन में हाल में आयोजित ‘क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) पर पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास तथा ज्ञान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा व्यक्त की।

पीएमओ ने कहा, ‘‘वे दोनों देशों के लोगों के बीच जीवंत संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी रहे हैं।’’ दोनों नेताओं ने जी-20 की सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारत की मौजूदा अध्यक्षता के दौरान संपर्क में बने रहने पर भी सहमति व्यक्त की।

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