आइजोल, 12 दिसंबर मिजोरम के एकमात्र लोकसभा सदस्य रिचर्ड वनलालहमंगइहा ने बृहस्पतिवार को केंद्र से मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच बातचीत के लिए पहल करने का आग्रह किया ताकि जातीय हिंसा का स्थायी समाधान निकाला जा सके।
संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान चिंता जताते हुए जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के सांसद ने 19 महीने से चल रहे संघर्ष को रेखांकित किया, जिसके कारण 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि मई 2023 में संघर्ष शुरू होने के बाद से कई घर और 300 से अधिक चर्च जला दिए गए हैं या नष्ट कर दिए गए हैं।
उन्होंने केंद्र से दोनों संघर्षरत समुदायों के नेताओं के बीच मध्यस्थता करने और उन्हें वार्ता की मेज पर लाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वह दोनों समुदायों के नेताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मणिपुर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल भेजने से ही मौजूदा संकट का समाधान नहीं होगा।
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